Nari par Kavita in Hindi
Nari par Kavita in Hindi

सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी

( Srishti ki ati uttam rachna hai nari ) 

 

कोमल निर्मल सरस भाव,
उरस्थ विमल सरिता ।
त्याग समर्पण प्रतिमूर्ति,
अनंता अनूप कविता ।
सृजन उत्थान पथ पर,
सदा शोभित महिमा भारी ।
सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी ।।

स्नेहगार ,दया उद्गम स्थल,
अप्रतिम श्रृंगार सृष्टि का ।
पूजनीय कमनीय शील युत,
नैतिक आधार दृष्टि का ।
उमा रमा शारदा सरिस,
आभा मोहक प्रेरक प्यारी ।
सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी ।।

अद्भुत तेज पुंज उज्ज्वल,
जग ज्योति अखंडित ।
हर युग अति गुणगान,
गरिमा महिमा शीर्ष मंडित ।
ऊर्जस्वित कर प्राण सकल ,
दिव्य शक्ति अवतारी
सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी ।।

संस्कृति संस्कार धर्म रक्षक,
परंपरा मर्यादा युक्त चरित्र ।
नैतिक सात्विक पथ गामिनी ,
व्यक्तित्व कृतित्व पवित्र ।
अथक श्रम उत्सर्ग साधना,
सदा वंदन अभिनंदन अधिकारी ।
सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी ।।

 

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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