नई पीढ़ी न कतराए अखबार से || kavita on news
नई पीढ़ी न कतराए अखबार से
( Nai Pidhi Na Katraye Akhbar Se )
( Nai Pidhi Na Katraye Akhbar Se )
मौन निमंत्रण ( Maun nimantran ) मुझे क्या पता! वह सामने था लिए कुछ भाव भरा संदेश खड़ा, किंतु मैं पूछ पड़ा तुम कौन यहां ? क्या कर रहा है? भला, मुझसे क्या चाहते हो? या मुझे बताना चाहते हो! कुछ अंतर्मन में लिए भाव भरा। वह मौन था पर कौन था यह था…
लगाम नहीं है! ( Lagam nahin hai ) है वो वनवास में लेकिन राम नहीं है, बांसुरी बजाता है लेकिन श्याम नहीं है। किराये के मकान में हम रहते हैं सभी, पर आज की हवाओं में पैगाम नहीं है। इंसानों के जंगल में बसंत नहीं आता, क्योंकि वन की कटाई पे लगाम नहीं है।…
विद्यार्थी ( Vidyarthi ) एक यही होती विद्यार्थियों की पहचान, मंजिल को पाना और बनना है महान। एक जैसी युनिफॉर्म ये जूतें एवं जुराब, अध्यापकों का सदैव करतें वे गुणगान।। पढ़ते है जीवनी जैसे यह राम व रहीम, गुरुग्रंथ एवं बाईबल गीता और क़ुरान। ना कोई जानते क्या है जाति क्या धर्म, होते…
सावन आया उमड़ घुमड़ ( Sawan aya umad ghumad ) बरस रही है राष्ट्रधारा, सावन उमड़ा आता। रिमझिम रिमझिम मेघा बरसे, उर आनंद समाता काली बदरिया उमड़ घुमड़, घूम घूम घिर आये। हरियाली से भरी धरा, सबको सावन भाये। झूम झूम मस्ती में गाते, सब मिलकर नया तराना। मंद मंद बहारें बहती,…
गिनती की सांसे ( Ginti ki Saanse ) फूटल कौड़ी साथ में केहू न लेके जाई, लूटा मत दुनिया के सुना मेरे भाई। पाप और पुण्य कै ई बाटे दुई डगरिया, दुई दिन कै जिनगी बा, छूटी ई बजरिया। सोनवाँ जस देहियाँ के दीहैं लोग जलाई, लूटा मत दुनिया के सुना मेरे भाई। फूटल…
लक्ष्य ( Lakshya ) लक्ष्य बना लो जीवन का तुम फिर सपने बुनना सीखो छोड़ सहारा और किसी का खुद पथ पर चलना सीखो लक्ष्य नहीं फिर जीवन कैसा? व्यर्थ यहां जीना तेरा साध लक्ष्य जीवन का अपने चल पथ का चीर अधेरा लक्ष्य बिना ना मंजिल मिलती न मिलता जीवन आधार…