डा० रविन्द्र गासो के साथ कुछ लम्हे
मैं गासो जी से जनवरी में हरियाणा सृजन उत्सव के दौरान पहली बार मिला था। वो सब के साथ मिलनसार और दूसरे को आपको दिल में बैठाने वाले व्यक्ति थे। मैं यह कहकर शुरुआत करना चाहता हूँ कि आपकी हानि का के लिए मुझे बहुत खेद है। आप इस संसार मैं होते तो शायद आज…