Search Results for: पुस्तक समीक्षा

प्रकृति व स्त्री विमर्श

पुस्तक समीक्षा : ” प्रकृति व स्त्री विमर्श “

पुस्तक समीक्षा:“प्रकृति व स्त्री विमर्श ” लेखिका: डॉक्टर सुमन धर्मवीर प्रकाशक: पुष्पांजलि विगत दिनों से जब से यह पुस्तक मेरे हाथ में समीक्षा के लिए आई है। तब से मेरे मन में सबसे पहले इसके टाइटल को लेकर कौतुहल था। प्रकृति तो प्रकृति है पर इसके साथ स्त्री विमर्श का क्या औचित्य है। खैर थोड़ी…

मिट्टी की सुगंध | पुस्तक समीक्षा

मिट्टी की सुगंध | पुस्तक समीक्षा

  पुस्तक- मिट्टी की सुगंध रचनाकार- रामकेश एम० यादव, मुंबई (महाराष्ट्र) समीक्षक –अतुल कुमार शर्मा, सम्भल ( उत्तर प्रदेश) देश की माटी, महके पल-पल मुंबई के रॉयल्टी प्राप्त कवि श्री रामकेश एम० यादव जी की पुस्तक ‘मिट्टी की सुगंध’ मेरे सामने है, पढ़ने की शुरुआत जब मैंने की तो मैं राष्ट्रभक्ति की गंगा में डुबकी…

Nav Arsh ki pakhi

नवअर्श के पाँखी | पुस्तक समीक्षा

  पुस्तक समीक्षा-  नवअर्श के पाँखी “– नव क्षितिज की तलाश में।* समीक्षक –  प्रो. (डॉ.) विजय महादेव गाडे शोध निर्देशक एवं अध्यक्ष हिन्दी विभाग बाबासाहेब चितळे महाविद्यालय, भिलवडी ता. पलूस, जि. सांगली (महाराष्ट्र) ” रचनाकार की मौलिकता केवल शैली की नवीनता में नहीं,  उसके साथ चिंतन की दिशा और आस्था में भी है।” –             …

मेरी नजर में 'आका बदल रहे हैं' ग़जल संग्रह

Book Review : Aaka Badal Rahe Hain -पुस्तक समीक्षा: आका बदल रहे हैं

  पुस्तक समीक्षा: आका बदल रहे हैं ( गजल संग्रह ) ( Book Review: Aaka Badal Rahe Hain )               लेखक: विजय कुमार तिवारी सेतु प्रकाशन माधव पार्क -२ बस्त्राल रोड, बस्त्राल अहमदाबाद -382418 मूल्य: रु. 180 डॉ अलका अरोडा प्रोफेसर -देहरादून के द्वारा आदरणीय श्रीमान विजय कुमार तिवारी…

मानसिक अवसाद और पुस्तकें

वर्तमान पीढ़ी में बढ़ता मानसिक अवसाद और पुस्तकें

परिचर्चा की समीक्षा अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी संगठन नीदरलँड द्वारा दिनांक 17 , नवंबर को “ वर्तमान पीढ़ी में बढ़ता मानसिक अवसाद और पुस्तकें “ जैसे सामयिक व गंभीर विषय पर रोचक व ज्ञानवर्धक परिचर्चा आयोजित की गई। प्रसिद्ध साहित्यकारों और शिक्षकों ने ज्ञानवर्धक जानकारी के साथ -साथ इस भयावह स्थिति से उबरने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव…

तांडव ( फ़िल्म समीक्षा )

Tandav Film Review -तांडव ( फ़िल्म समीक्षा )

तांडव ( फ़िल्म समीक्षा ) ( Tandav – Film Review )   “तांडव” देखी। राजनीति का फुल डोज है इसमें। यद्यपि यह आते ही विवादों में उलझ गयी लेकिन सच कहूं तो कुछ द्विअर्थी डायलॉग और एकाध आपत्तिजनक द्रश्यों के अलावा विरोध करने के लिए कुछ खास नही है। चूंकि यह एक राजनीतिक सीरीज है…

प्रकृति व स्त्री विमर्श

सामाजिक एवं धार्मिक विद्रूपताओं का प्रकटीकरण

पुस्तक समीक्षा पुस्तक: प्रकृति व स्त्री विमर्श लेखिका: डॉ सुमन धर्मवीर प्रकाशक: पुष्पांजलि दिल्ली 110053 मूल्य: 445 रुपए मात्र नाटक समीक्षक: डॉक्टर कश्मीरी बौद्ध (साहित्यकार एवं प्रोफेसर रोहतक) लेखिका परिचय: डॉ सुमन धर्मवीर का लेखन व सामाजिक क्षेत्र में जाना पहचाना नाम है ।उनके द्वारा रचित अनेक कहानियां, कविताएं नाटक एवं लेख भी विभिन्न पत्र…

प्रतिध्वनि (काव्य संग्रह) | Pratidhwani Kavya Sangrah

प्रतिध्वनि (काव्य संग्रह) | Pratidhwani Kavya Sangrah

प्रतिध्वनि (काव्य संग्रह)  पुस्तक समीक्षा कवयित्री – नीरजा रजनीश समीक्षक– मनजीत सिंह (खान मनजीत भावड़िया मजीद) साहित्य कलश प्रकाशन, पटियाला   मनुष्यों में पाँचों इन्द्रियाँ कमोबेश सक्रिय होती हैं जो अपने अनुभवों के समन्वित मिश्रण को मन के धरातल पर रोपती हैं जहाँ से समवेत ध्वनि का आभास होता है, यही आभास प्रतिध्वनि है। जब…

Gita Manas

आत्मानुभूति का प्रकटीकरण शेषमणिजी का “गीता मानस “

“गीता मानस ” | पुस्तक समीक्षा ( Gita Manas : Book Review )    इस सृष्टि के नियन्ता सर्व शक्तिमान परमपिता परमात्मा सत् चित आनन्द स्वरूप है। यह जीव इन्हीं परमात्मा का अंश होने के कारण ईश्वर के गुण, जीव के अन्दर दृष्टिगोचर होते हैं। यह जीव भी अपनी मूल सत् चित व आनन्द स्वरूप…

युगों से नारी | Yugon se Nari

युगों से नारी | Yugon se Nari

युगों से नारी ( Yugon se nari ) ( मणिपुर में हुई बर्बरता की घटना से मेरा संवेदनशील ह्रदय सिहर उठा है उसी पीड़ा से उत्पन्न हुई मैं यह अपनी कविता आप के समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ )    आज भी भ्रमण कर रही है नारी युगों पुरानी धुरी पर द्रौपदी की भाँति अपनी…