हिंदी हम को प्यारी है

Hindi Diwas Poem | Hindi kavita -हिंदी हम को प्यारी है

हिंदी हम को प्यारी है ( Hindi Humko Pyari Hai )   हिंदी हमको प्यारी है, हर भाषा से न्यारी है। तन मन धन सब मेरा, यह तो जान हमारी है।।   मां की ममता में हिंदी, पिता की झमता में हिंदी। पति पत्नी के प्यार में , जीवन के हर कार्य में हिंदी।।  …

खरगोश को हुआ चिकन पॉक्स

Panchtantra Ki Kahani | खरगोश को हुआ चिकन पॉक्स

खरगोश को हुआ चिकन पॉक्स ( पंचतंत्र की कहानी ) एक बार की बात है। एक जंगल में बिन्नी नाम का एक खरगोश रहता था। एक दिन वह पेंटिंग बना रहा था। तभी जैकी जैकाल खुश होकर चिल्लाते हुए कहता है “बिन्नी खरगोश चलो अब तुम मेरे पेट मे जा कर वहीं पर पेंटिंग बनाना”। खरगोश डर…

कहने को नया साल है

कहने को नया साल है

कहने को नया साल है   कहने को नया साल है, मेरा तो वही हाल है। वही दिन महीने वही खाने-पीने वही मरना जीना जिंदगी का जहर पीना वही जी का जंजाल है .. कहने को नया साल है.. वही मन में सपने जो पूरे नहीं अपने जिसके लिए मन प्यासा हर साल नयी आशा…

नहीं वो पास मेरे आ रही यादें

नहीं वो पास मेरे आ रही यादें

नहीं वो पास मेरे आ रही यादें   नहीं वो पास मेरे आ रही यादें! निगाहे को रुलाती है बड़ी यादें   कभी दिन साथ उसके ही गुजारे थे सतायें ख़्वाब में आकर वही यादें   बिना मेरा नहीं वो हम सफ़र जीवन यहां तो बस रुलाने को मिली यादें   उदासी का यहां आलम…

अगर रिश्ता निभाना हो वफाएं काम आती है

अगर रिश्ता निभाना हो वफाएं काम आती है

अगर रिश्ता निभाना हो वफाएं काम आती है   अगर रिश्ता निभाना हो वफाएं काम आती है। नहीं जब साथ दे किस्मत दुआएं काम आती है।।   बहारें रूठ जाती है चमन से जब कभी यारो। खिलाने को गुलों को तब खिज़ाएं काम आती है।।   कहो कब नेक होती है सभी ईंसान की फितरत।…

यादों की तानी रजाई!

यादों की तानी रजाई!

यादों की तानी रजाई!   यादों की तानी रजाई! लम्बी रातें है  तन्हाई   ख़्वाब में आता नहीं वो हाँ उदासी दिल पे छाई   चैन नहीं है रात भर अब याद जब से उसकी आई   सोच में डूबा दिल उसकी चोट दिल पे ऐसी खाई   हो चुका वो ग़ैर आज़म ये बताये…

America Me Yah Kya Ho Gaya

अमेरिका में यह क्या हो गया?

अमेरिका में यह क्या हो गया? *********   एक झटके में खो दिया प्रतिष्ठा पुरानी, याद करो सन् 1489 वाली लोकतंत्र की कहानी। जार्ज वाशिंगटन ने रखी थी जिसकी नींव, जड़ें जिसकी गहरी थीं अतीव। जनतंत्र का पोषक वह! नाम पर इसके, न जाने कितने देशों को डराया धमकाया; परिवर्तन सत्ता का कराया? कालचक्र में…

चुहिया की शादी

चुहिया की शादी

चुहिया की शादी ( पंचतंत्र की कहानी )   गंगा के तट पर तपस्वियों का एक समूह रहता था। जहां पर बहुत सारे सन्यासी/तपस्वी गंगा के तट पर तप किया करते थे। उनमें से एक सन्यासी थे – याज्ञवलक्य। एक बार महाऋषि गंगा नदी में खड़े होकर प्रार्थना कर रहे थे, तो अचानक से एक…

दिल हुआ दीवाना मेरा एक मुखड़ा देखकर

दिल हुआ दीवाना मेरा एक मुखड़ा देखकर

दिल हुआ दीवाना मेरा एक मुखड़ा देखकर     दिल हुआ दीवाना मेरा एक  मुखड़ा देखकर! राह में पहले न हुआ था दोस्त ऐसा देखकर   प्यार क़ा ऐसा नशा उसका चढ़ा मुझको मगर मैं गवा बैठा किसी को होश अपना देखकर   दिल मचले है उसका ही अपना बनाने को मेरा उस हंसी का…

इधर भी उधर भी

इधर भी उधर भी

इधर भी उधर भी ****** सब सम सा हो रहा है, लिए पताका कोई व्हाइट हाउस- तो कोई मस्जिद पर चढ़ रहा है। देता था जो दुनिया को जनतंत्र की दुहाई, चंद सिरफिरों ने उसकी करा दी जगहंसायी। देखो तो कैसे कैपिटल सिटी में? धमाके हो रहे हैं, मशालें लिए उस ऐतिहासिक इमारत पर- चढ़…