हिंदी भाषा को व्यावहारिक बनाना जरूरी है

हिंदी भाषा को व्यावहारिक बनाना जरूरी है ( It is necessary to make Hindi language practical )    हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता...

ख्वाब और हकीकत | Poem khwab aur haqeeqat

ख्वाब और हकीकत ( Khwab aur haqeeqat )   अब ख्वाबों में नहीं  हकीकत जीता हूं यारों,        ख्वाब सूर्य पकड़ा        हकीकत जुगनू…. ख्वाब समुद्र में...

हाय री सरकार | Hi Ri Sarkar

हाय री सरकार ( Hi Ri Sarkar )    सड़क पर  निकल पड़ी है  नौजवानों की एक भीड़ बेतहासा बन्द मुठ्ठी, इन्कलाब जिन्दाबाद  के नारों के साथ.  सामने खड़ी है एक फौज मुकम्मल चौराहे पर  हाथ में...

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी को स्वीकार करना वक्त...

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी  ( Badalte samay ke sath badalti hui Hindi )    हिंदी दिवस आते आते हिंदी भाषा की चर्चा जोर पकड़...

सच्चाई की ताकत | Sachai ki taqat poem

सच्चाई की ताकत ( Sachai ki taqat )  किन्तु परन्तु में न अमूल्य समय गंवाए, जो बात सही हो, खरी खरी कह जाएं। होती अद्भुत है सच्चाई की...

देवनागरी | Kavita Hindi Bhasha Par

देवनागरी ( Devanagari )   करत कलोल बोल कोयल सी अनमोल, ढोल बावन ढंग की बजावति देवनागरी।     खड्ग उठाइ शव्द भानु के जगाई तब, सबही केज्ञान सिखावति देवनागरी।।     गगन जनन मन...

संभल जा ज़रा | Kavita sambhal ja zara

संभल जा ज़रा ( Sambhal ja zara ) ए-दोस्त… संभल जा ज़रा पछताएगा,रोएगा अपने किए दुष्कृत्यों पर फिर सोच सोच कर…. अभी समय है बच सकता है तो बच बचा सकता है तो...

उसकी बदज़ुबानी देखिए | Bad zubani shayari in Hindi

  उसकी बदज़ुबानी देखिए  ( Uski badzubani dekhiye )      है फ़रेबी आंखों  उसकी बदज़ुबानी देखिए ख़तरे में है प्यार की ये जिंदगानी देखिए   रह गया इंसान उल्फ़त से...

पिता होते हैं महान | Pita par poem

पिता होते हैं महान ( Pita hote hain mahaan )  पिता जी आप महान, हम आपकी संतान । हम-सब के हैं अभिमान, नित्य गाएं आपका ही गुणगान। आपके कंधों पर...

अब और ये नहीं होता इंतजार आज़म | Intezaar love shayari...

अब और ये नहीं होता इंतजार आज़म ( Ab aur ye nahi hota intezar azam )     अब और  ये नहीं होता  इंतजार आज़म लौट आओ बनके जीवन...