मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है

मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है

मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है     मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है तुम्हारा हम से रूठ जाना याद है   तुम्हे याद हो के ना उसका याद हो हमें दिन रात का फ़साना याद है   उफ़्फ़ यह मुहब्बत का सजा भी अब तक हमको तेरा बहाना याद है   बीमारी-ए-दिल…

सुनहरे पल ( हाइकु )

सुनहरे पल

सुनहरे पल ( हाइकु ) 1 आऐ है सुनहरे पल  जीवन से ढ़ल गये ग़म  बरसा ख़ुशी का जल   2 दें आया फूल उसे कल प्यार में उसके मेरा दिल हुआ चंचल 3 हो गयी दिल में हलचल प्यार की मेरे देखा ऐसा चेहरा कल   4 किसी को पाने को लिए रात दिन…

रक्त बीज ( फिल्म स्क्रिप्ट )

रक्त बीज ( फिल्म स्क्रिप्ट )

रक्त बीज ( फिल्म स्क्रिप्ट ) एक मॉल मे प्रिन्टेड कपडे खरीदतीं तीन सहेलियों के साथ उनके तीन मंगेतर,बॉय फ्रेंड,हंसी-मजाक के साथ खाना खाया |अगले दिन चर्च,दुल्हन की तरह सजी है,मेहमानों के बीच शानदार पार्टी,लजीज खाने की तारीफ करते लोग,तभी एक गाडी आ कर रूकी,लीजा गाडी से उतर जोंस के पास आई,किश की,शादी कर,पार्टी मे…

दिवाली फिर आई | Deepawali kavita in Hindi

दिवाली फिर आई | Deepawali kavita in Hindi

दिवाली फिर आई 1 हर दिल अज़ीज, सदियों पुरानी, त्यौहारों की रानी, दिवाली फिर आई। 2 उर्ध्वगामी लौ से, सतत विकास करने, पुरातन को शोधने, दिवाली फिर आई। 3 ज्ञान के आलोक से, अज्ञान-तम मिटाती, हृदय ज्ञान जगाती, दिवाली फिर आई। 4 मति-देव का पूजन, महालक्ष्मी आरती, दरिद्रता दूर भगाती, दिवाली फिर आई। 5 सकल…

खादी एक शान है

खादी एक शान है | Khadi

खादी एक शान है   खादी एक शान है, खादी एक सम्मान है। स्वाभिमान है खादी, खादी एक सद विचार है। देसी धागों से बना हुआ, देश प्रेम मे सना। रेशम के तानों से तना, खादी एक सत्कार है।   गांधी जी का जीवन दर्शन है, अपना तो दर्पण है, समर्पण है। तन ढकने को…

गांधी बनना आसान नहीं

गांधी बनना आसान नहीं

गांधी बनना आसान नहीं ******* गांधी बनने को, गांधी का धर्म- गांधी का कर्म निभाना होगा, सत्य अहिंसा को भी अपनाना होगा। आज ! इस मार्ग पर चलना आसान नहीं, गांधी बनना आसान नहीं। सच्चाई की राहों पर- देखो कितने हैं अवरोध? बाहर की पूछे कौन भला- घर में ही हैं बड़े विरोध। शुद्ध सात्विक…

घूंघट न होता तो कुछ भी न होता

घूंघट न होता तो कुछ भी न होता

घूंघट न होता तो कुछ भी न होता   न सृष्टि ही रचती न संचार होता। घूंघट न होता तो कुछ भी न होता। ये धरती गगन चांद सूरज सितारे, घूंघट के अन्दर ही रहते हैं सारे, कली भी न खिलती न श्रृंगार होता।। घूंघट ० घटायें न बनती न पानी बरसता, उर्ध्व मुखी पपिहा…

गांधी बनना है आसान

गांधी बनना है आसान

गांधी बनना है आसान ***** गांधी बनना है आसान, सुन लो भैया खोलकर कान। अब भी ना तुम बनो नादान, गांधी बनना है आसान। बस करना है तुम्हें दस काम, फिर बन जाओगे तुम भी महान। गांधी बनना है आसान, ‘सादा भोजन’ सुबहो शाम; उद्देश्य पूर्ति को करो ‘व्यायाम’ । ‘आंदोलन’ का रास्ता सच्चा, ‘अहिंसा’…

उपकार

उपकार

उपकार   भारत में हमें जन्म दिया , सबसे बङा तेरा उपकार। इसी पुण्य -भूमि पर , सदा लिया तुमने अवतार।।   सब जीवों में श्रेष्ठ बनाया, दिया सबकी रक्षा का भार। चौरासी का जो बंधन काटे , भव से तरने की पतवार।।   सूरज-चंदा दोनों मिलकर, स्वस्थ रखते ये संसार। समीर-भूमि इन दोनों पर,…

आपस में करेंगे सहकार

आपस में करेंगे सहकार

आपस में करेंगे सहकार ***** आपस में करेंगे सहकार, यूं न बैठेंगे थक-हार। कमियों पर करेंगे विमर्श, खोजेंगे सर्वोत्तम निष्कर्ष। मिलजुल सब करेंगे संघर्ष, चेहरे पर होगा हर्ष ही हर्ष। देखते हैं परिस्थितियां कब तक नहीं बदलतीं? कब तक खुशियों की फुलझरिया नहीं खिलती? आंखों से आंखें,गले से गले नहीं मिलती? यकीं है शीघ्र ही…