गांधी | Poem on Gandhi in Hindi
गांधी
( Gandhi )
( Gandhi )
जातिवाद की आग ( Jativad ki aag ) जातिवाद की आग न सुलगाओ यारों, अपनी कौमी एकता न घटाओ यारों। बे- नूर जिंदगी जीने से क्या फायदा? देश की सूरत फिर न बिगाड़ो यारों। नदियों खून बहा तब देश हुआ आजाद, देशभक्ति का ग्राफ न झुकाओ यारों। मनुष्य होना अभी है एक कल्पना, जीते…
मोहब्बत ( Mohabbat | Love kavita ) मोहब्बत कैसी होती हैं जुदाई कितनी रोती है ।। चैन आए नहीं रैन जाए नहीं रात बेबसी में नीद आए नहीं कटती नहीं है रात जल्दी सुबह नहीं होती है । मोहब्बत …… प्यार जलता रहे दिल पिघलता रहे हर घड़ी ख्वाब में फूल खिलता रहे जलती रहे…
दूध का क़र्ज़ ( Doodh ka karz ) माँ का जगह कोई ले न सकता, दूध का क़र्ज़ उतार ना सकता। माँ ने कितनी ये ठोकर है खाई, दूध की लाज रखना मेंरे भाई।। न जानें कहां-कहां मन्नत माॅंगी, मंदिर, मस्जिद, चर्च में जाती। तू जग में आऐ अर्ज़ ये लगाती, पीड़ा…
कल्पना (Kalpana ) नमक है पोर पोर में सुन्दर बडी कहानी तेरी। सम्हालोगी कैसे सूरज सी गर्म जवानी तेरी। भँवर बन कर हुंकार डोलता है तेरे तन मन पे। हृदय के कोने में अब भी है वही निशानी तेरी। रूप तेरा ऐसा की देख, सभी का यौवन मचले। कुँवारो का दिल जैसे …
हर तमन्ना खाक होकर रह गई ( Har tamanna khak hokar rah gai ) हर तमन्ना खाक होकर रह गई हसरतें सब राख हो कर रह गई भुला दिया हमको हमारे अपनों ने प्यारी यादें सारी दरिया में बह गई बन चले साथी सफर में अब कई प्यार की धारायें सब पीछे…
उठो पार्थ ( Utho parth ) उठो पार्थ प्रत्यंचा कसो महासमर में कूद पड़ो। सारथी केशव तुम्हारे तुम तो केवल युद्ध लड़ो। धर्म युद्ध है धर्मराज युधिष्ठिर से यहां महारथी महाभारत बिगुल बजाओ उद्धत होकर हे रथी। कर्ण भीष्म पितामह से महायोद्धा है सारे भारी। धनंजय धनुष बाण लेकर करो युद्ध…