विश्व रिकॉर्ड बनी पुस्तक में प्रकाशित हुई “उदय” की कविताएं

 

विश्व रिकाॅर्ड में नाम दर्ज कराने का सपना करीब-करीब सभी व्यक्तियों का होता है। जिनके अंदर विश्व स्तर की प्रतिभा हो या उस व्यक्ति को उस प्रतिभा में कोई हरा नही सकें ऐसे ही प्रतिभावान व्यक्तियों का नाम विश्व रिकाॅर्ड में दर्ज किया जाता है।

इस प्रकार के रिकाॅर्ड बनाने में जो असंभव कार्य को भी संभव कर दिखाएं वे व्यक्ति हमेशा ही
सफलता प्राप्त करतें है। ऐसे ही केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के सैनिक कवि- गणपत लाल उदय जो अजमेर राजस्थान के है जिन्होंने इसके पहले भी विश्व रिकाॅर्ड में दर्ज पांच पुस्तकों में अपनी रचनाओं का प्रकाशन करवाकर नाम कमाया है‌ं। जो (१) चिल्ड्रन (२) सिरिंज ऑफ लव (३) श्री कृष्ण लीला (४) हिन्द गाथा (५) भारत @ ७५ है।

उदय अब तक 300 से भी ज्यादा साझा पुस्तकों में अपनी रचनाएं प्रकाशित करवा चुके है साथ ही 150 से ज्यादा काव्य संगम एवं ई-पत्रिकाओं में अपनी रचनाएं प्रकाशित करवा चुके हैं जो अनेंक साहित्यिक ग्रुपों, पटलों, मंचों से जुड़े है इनकी स्वयं की “सैनिक की कलम से” एवं “सेवा भक्ति के प्रतीक” पुस्तकें प्रकाशित है जो अमेज़न, फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।

बचपन की यादें और हमारे द्वारा बचपन में खेलें गए खेलों का वर्णन करती पुस्तक “बचपन के
खेल निराले” जो कि सुनीता जौहरी संस्थापिका काशी साहित्य संस्थान के तहत सुवी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित आई एस बी एन नम्बर 978_93_5780_183_6 है।

इस पुस्तक में प्रदेश के अलग-अलग प्रांतों के 47 रचनाकारों की चुनिंदा रचनाओं को प्रकाशित किया गया है सभी लेखकों ने बचपन पर अपनें विचारों का वर्णन कविताओं के माध्यम से किया है जिसे “फाॅरएवर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में दर्ज किया गया है।

जिसका सर्टिफिकेट संस्थापिका ने भेजकर सैनिक कवि “उदय” को बधाई दी और उज्जवल भविष्य की कामना की है। इस विश्व रिकाॅर्ड की ख़बर सुनकर उदय के गांव अरांई व परिवार में खुशी की लहर है। साथ ही साथियों व रचनाकारों द्वारा बधाइयों का तांता लगा हुआ है।

 

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