Hindi Ghazal | Hindi Romantic Poetry -प्रेम दीवानी!
प्रेम दीवानी!
( Prem Deewani )
*****

*****


पथ में फूल खिलेंगे ( Path mein phool khilenge ) अपने भविष्य के निर्माता तुम स्वयं ही कहलाओगे! जब पथ पर अपने कांटों को भी देख कर मुस्कुराओगे ।। पग पग चलते जाना तुम, विषमताओं से न घबराना तुम ! भविष्य निर्माण की खातिर ही संभव प्रयासों की अलख जगाना तुम।। पथ मिले जो…

तेवर ( Tevar ) शिकायत होने लगी है उन्हें, मेरी हर बात पर हमने भी मान लिया, बेबात की बात में रखा क्या है गरज थी तब, मेरी हर बात थी उनके सर माथे पर, अब तो कह देते हैं बात में ऐसा रखा क्या है दौलत ही बन गया पत्थर पारस ,अब जमाने…

कविता में वो कविता मेंकविता ढूंढ़ रहे हैंमैं मनुष्यता वो कविता मेंभाषा देख रहे हैंमैं तमीज़ वो कविता मेंशिल्प शैली छान रहे हैंमैं पक्षधरता छंद, रस, बिंब ,सौन्दर्य, लयन जाने क्या क्या कसौटी परवो परख रहे हैं कविता और मैं न बाज़ीगर हूं कविता कान ही तथाकथित बड़ा साहित्यकारबस मनुष्यता का पक्षधर हाथ वो हाथजो…

हमारे पूर्वज ( Hamare purvaj ) परिवार की नींव है पूर्वज, संस्कारों के दाता है। वटवृक्ष की छांव सलोनी, बगिया को महकाता है। सुख समृद्धि जिनके दम से, घर में खुशियां आती। आशीशों का साया सिर पर, कली कली मुस्काती। घर के बड़े बुजुर्ग हमारे, संस्कारों भरी धरोहर है। धन संपदा क्या …

आजादी के तराने ( Azadi ke tarane ) क्रांतिकाल में लड़ी वीरों ने आजादी की लड़ाई थी भारत माता के चरणों में प्राणों की भेंट चढ़ाई थी हंसते-हंसते झूल गये फांसी के फंदे चूमे थे आजादी के परवाने बस देश प्रेम को झूमे थे रणभूमि में कूद पड़े रणवीर जौहर दिखलाने…

डूंडलोद अष्ट विनायक धाम ( Dundlod Ashta Vinayak Dham ) डूंडलोद अष्ट विनायक धाम,अद्भुत अनुपम व विशेष वीर प्रसूता धरा शेखावाटी, डूंडलोद शोभित विनायक धाम। अष्ट विनायक एक्य दर्शन, हिंद राष्ट्र सौम्य एकमात्र नाम । धर्म आस्था परम केंद्र गणपति कृपा वृष्टि अशेष । डूंडलोद अष्ट विनायक धाम, अद्भुत अनुपम व विशेष ।। अनु…