प्यार निभाना पड़ता है | Pyar Nibhana Padta Hai
प्यार निभाना पड़ता है
( Pyar Nibhana Padta Hai )
प्यार निभाना, पड़ता है ।
चाहे जितनी, कठिन डगर हो ।
उस पर ,जाना पड़ता है ।
ह्रदय यदि, होता है विचलित ।
उसको, समझाना पड़ता है ।
जो कुछ, पीछे छूट गया है ।
उसे ,भुलाना पड़ता है ।
जिससे भी ,किया हो वादा ।
उसे ,निभाना पड़ता है ।
प्रेम स्वत ही प्राप्त ना होता ।
ढूंढ़ कर ,लाना पड़ता है ।
चाहो यदि, प्रकाशित जीवन ।
दिया ,जलाना पड़ता है ।
यूं ही नाम, नहीं मिल जाता ।
इसे ,कमाना पड़ता है ।
दुनिया में ,आए हैं तो फिर ।
जीकर, जाना पड़ता है ।
हाथ यदि ,थामा हो किसी का ।
साथ ,निभाना पड़ता है ।
प्यार ,निभाना पड़ता है ।
प्रगति दत्त
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