हवाओं में तेरी खुशबू है | Romantic poem in Hindi
हवाओं में तेरी खुशबू है
( Hawaon mein teri khushboo hai )
( Hawaon mein teri khushboo hai )
सिद्धिदात्री मां ( Siddhidatri Maa ) अष्ट सिद्धि नव निधि प्राप्य,मां सिद्धिदात्री श्री स्तुति में शारदीय नवरात्र परम रूप, सर्वत्र आस्था निष्ठा असीम । भक्तजन उर अति आह्लाद, महानवमी साधना अप्रतिम । संपूर्ण नवरात्र एक्य सुफल, मां सरस्वती सम उपमा भक्ति में । अष्ट सिद्धि नव निधि प्राप्य,मां सिद्धिदात्री श्री स्तुति में ।। केहरी…
हम हंसते गाते छोटे छोटे नन्हे बच्चे हैं ( Bal Sahitya Rachna ) हम हंसते गाते छोटे छोटे नन्हे बच्चे हैं तुतलाती तुतलाती बोली मन के सच्चे हैं बढ़ जाएंगे कदम हमारे खुले आसमान में अच्छे काम करेंगे हम भी भारत मां की शान में तूफानों से टकराना तो खूब मन को…
हरि अब दर्शन दो ( Hari ab darshan do ) ***** ओ री हरि, अब दर्शन दो री। कलयुग में- मति गई मारी, क्या राजा? क्या भिखारी? जगत पापी से भरी, भगत पापी से लड़ी। धरा को है कष्ट अपार, त्राहि-त्राहि करे संसार। ओ री हरि, अब दर्शन दो री। असत्य सत्य पर अब है…
ये दिवाली है निराली जगमग-जगमग करती आई प्यारी ये दिवाली,कोना कोना साफ़ करों बजाओ सब ये ताली।कार्तिक माह की अमावस है इसदिन निराली,जेब हमारी ख़ाली है पर पकवान भरी थाली।। साफ़ करों घर का ऑंगन एवं बाहर की नाली,दोस्तों के संग ख़ूब खेलो राम-श्याम मिताली।बयां नही किया जाता अलोकित यह दिवाली,मालपुआ शक्करपारा संग दाल बनें…
योगी बन ( Yogi Ban ) ध्यान धर चिंतन कर योगी बन तू कर्म योगी बन नित नव नूतन हर पल कर सफल अपना जीवन योगी बन नश्वर जगत नश्वर काया स्थिर नहीं कुछ सब माया सूक्ष्म अणु रूप प्राण पाया कर प्रज्ज्वलित मन चेतन योगी बन यह अनुपम जीव यात्रा देह जैसे अक्षर…
किसानों का दर्द ( Kavita Kisano ka Dard ) देख कर फसलों की सूरत जीवित है कौन? टूटकर बिखरा है हृदय तन मन है मौन छींट कर बीजों को मैंने उम्मीद पाली, काट दिया अब हाथ जैसे यह वर्फ जाली। कष्ट भरा किससे कहें हम अपनी कहानी, ले गया आशाएं सारा…