पर्यावरण बचाना है
पर्यावरण बचाना है
पर्यावरण बचाना है तो ,
पीपल, बरगद, नींम लगाएं !
तपती धरती को अपने हम,
आवर्षण से मुक्ति दिलाएं !!
जाड़ा, गर्मी, बरसात और
ऋतु चक्र सही हो जाएगा !
रोग दोष से मुक्ति मिलेगा,
घर खुशियों से भर जाएगा !!
पर्यावरण संतुलित होगा,
धरती हरी भरी होगी !
लहराएंगी फसलें चहुंदिश,
वसुधा आनंदित होगी !!
वातावरण सलोना होगा,
सुख संपति घर आएगा !
“जिज्ञासु” जन फिक्र न करना,
संकट सब टल जाएगा !!
कमलेश विष्णु सिंह “जिज्ञासु”
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