पी मुहब्बत की मैंनें भी चाय है 

पी मुहब्बत की मैंनें भी चाय है !

पी मुहब्बत की मैंनें भी चाय है      पी मुहब्बत की मैंनें भी चाय है ! इसलिए आहें निकलती दिल से है   मिल गया है दर्द दिल को इक ऐसा वो गया पीला दग़ा की चाय है   बेवफ़ा से मैं मुहब्बत कर बैठा जो नहीं समझा वफ़ा की चाय है   रह…

पास उसके हमारा घर होता

पास उसके हमारा घर होता

पास उसके हमारा घर होता     काश कुछ इस कदर बसर होता। पास उसके हमारा घर होता ।।   काटकर पेड़ उसने रोके कहा छांव मिलता जो इक शज़र होता।।   रतजगे मार डालेंगे अब मुझे, यार तुम पर भी कुछ असर होता।।    जीने मरने की तो फिकर ही कहां, जो भी होता…

प्यार है तू देख मेरे गांव में

प्यार है तू देख मेरे गांव में

प्यार है तू देख मेरे गांव में     प्यार है तू देख मेरे गांव में जो नहीं है शहर में लेकिन तेरे   नफ़रतों के ही मिले ख़ंजर मुझे दोस्त चलता हूँ मै अपनें गांव में   शहर में तो तल्ख़ लहजे है बहुत प्यार के लहजे है  मेरे गांव में   चोट दिल…

ढा रही है सितम ये हंसी आपकी

ढा रही है सितम सादगी आपकी

ढा रही है सितम सादगी आपकी     ढा  रही  है  सितम सादगी आपकी। कातिलाना अदा  यूं  सभी  आपकी।।   उस ख़ुदा की तरह दिल से चाहा तुझे। कर  रहा  है  ये  दिल  बंदगी आपकी।   महफिलों  में  गया  तो  वहां  ये लगा। खल रही है कहीं कुछ कमी आपकी।।   हुश्न तेरा वो दिल…

chaahe kaante mile ya ki phool

चाहे काँटे मिले या कि फूल

चाहे काँटे मिले या कि फूल   चाहे काँटे मिले या कि फूल मुस्कुरा के तू कर ले क़ुबूल   झूट को सच कहा ही नहीं अपने तो कुछ हैं ऐसे उसूल   हाल ऐसा हुआ हिज्र में जर्द आँखें है चेहरा मलूल   आस फूलों की है किसलिए बोये हैं आपने जब बबूल  …

ग़म में ही ऐसा बिखरा हूँ

ग़म में ही ऐसा बिखरा हूँ

ग़म में ही ऐसा बिखरा हूँ     ग़म में ही ऐसा बिखरा हूँ ! अंदर से इतना टूटा हूँ   दिल से उसका मेरे भुला रब यादों में जिसकी  रोता हूँ   नफ़रत उगली है उसने ही जब भी कुछ उससे बोला हूँ   ग़ैर हुआ वो चेहरा  मुझसे उल्फ़त जिससें मैं करता हूँ…

है जुबां पे सभी के कहानी अलग

है जुबां पे सभी के कहानी अलग

है जुबां पे सभी के कहानी अलग     है  जुबां  पे  सभी  के कहानी अलग। फितरते  है अलग जिंदगानी अलग।।   कौन  माने  किसी की  कही बात को। खून  में  है  सभी  के  रवानी अलग।।   मानता खुद को कमतर ना कोई यहां। जोश  से  है  भरी हर जवानी अलग।।   लाभ  की  चाह …

 ये घर की शान है!

ये घर की शान है!

 ये घर की शान है!     चैन से जीने दो ये घर की शान है! प्यार दो दो इज्जत बेटी पहचान है।   हक नहीं है किसी को भी जा लेने की दी ख़ुदा ये इसको भी देखो जान है।   कोई दे या न दे क़ातिलों को स़जा लेगा बदला उसका इक दिन…

है कहां वो प्यार तेरे गांव में !

है कहां वो प्यार तेरे गांव में !

है कहां वो प्यार तेरे गांव में !     है कहां वो प्यार तेरे गांव में ! प्यार है जो दोस्त मेरे गांव में   खेलते थे हम जहां कंचे देखो है  पड़े पीपल का  मेरे गांव में   तू नहीं आया मिलनें मुझको कभी आ गये हम दोस्त तेरे गांव में   बाग़…

जिंदगी तूं हमें कमज़ोर न कर

जिंदगी तूं हमें कमज़ोर न कर

जिंदगी तूं हमें कमज़ोर न कर     छोड़ जिद जाने की अब जोर न कर। जिंदगी तूं हमें कमजोर न कर।।   जाग जायेंगे क्या क्या बोलेंगे, अरी पायल तूं इतना शोर न कर।।   कौन रह जायेगा इस दुनिया में हादसे इस कदर हर ओर न कर।।   जब सभी लोग बुरा कहते…