बंदर मामा

बंदर मामा | Poem bandar mama

बंदर मामा ( Bandar mama ) ***** बंदर मामा बंदर मामा, कब तक पहनोगे पैजामा? बचपन से पढ़ते आए हैं, रट रट किस्से सुनाए है। अब तुम भी बदलो अपना जामा, बंदर मामा बंदर मामा। जिंस टाॅप सिलवाओ, एक मोबाइल खरीद लाओ। इंटरनेट कनेक्शन पाकर- दिन-रात उसे चलाओ, अब झट से तुम भी , स्मार्ट…

अज़ान

अज़ान | Poem on Azaan in Hindi

अज़ान ( Azaan ) *****   मोमिनों की शान खुदा का फरमान बुलावे की कलाम होती पांच वक्त अज़ान। जब हो जाए नमाज़-ए-वक्त, मुअज्जिन लगाते- आवाज़ -ए- हक़। सुन नमाज़ी दौड़ पड़ते- मस्जिदों की ओर, कुछ नहीं भी पढ़ते दिखाकर अपनी बीमारी कामों की फेहरिस्त और व्यस्तताओं का हवाला दे करते हैं इग्नोर । अभी…

सुण पागली

सुण पगली | Poem soon pagli

सुण पगली ( Soon pagli )     सुण पागली…..! तनै तो कुछेक दिनां म्हे ही मेरा क़रार लूट लिया तेरी नजरां नै मेरा चैन छीन लिया तेरी मीठी मीठी बातां नै मेरे दिल का सुकून ले लिया……..   तनै तो इसकी ख़बर भी कोन्या पागल कि मैं तनै अपणा ईब मानण लाग गया……….! तनै…

दी ग्रेट कपिल शर्मा

दी ग्रेट कपिल शर्मा | Kapil Sharma par kavita

दी ग्रेट कपिल शर्मा ( The great Kapil Sharma )   –> कपिल कपिल नहीं, हंसी का फब्बारा है |?| 1.दी कपिल शर्मा टी.वी.शो, लाफिंग गैस का गुब्बारा है | आता शनि रविबार रात सोनी पर, ठहाकों का फब्बारा है | हंसना-हांसना खुशियाँ फैलाना, सोनी टी.वी.की पहचान है | कपिल कपिल नहीं रहा अब, करोडों…

शिंजो अबे का इस्तीफा

शिंजो अबे का इस्तीफा

शिंजो अबे का इस्तीफा *****   कोरोना के बीच जापानी प्रधानमंत्री ने इस्तीफे की घोषणा की है, सुन जापानियों में एक हलचल सी मची है। शेयर बाजार धराशाई हो गया, एक स्थिर सरकार का यूं विदाई हो गया। महामारी के बीच नया संकट पैदा हुआ है अभी आबे का कार्यकाल, एक वर्ष बचा हुआ है।…

आओ पेड़ लगाएं हम

आओ पेड़ लगाएं हम | Paryawaran par kavita

आओ पेड़ लगाएं हम ***** आओ पेड़ लगाएं हम, चहुंओर दिखे वन ही वन। निखर जाए वातावरण, स्वच्छ हो जाए पर्यावरण। बहें नदियां निर्मल कल-कल, बेहतर हो जाए वायुमंडल। नाचे मयूर होकर मगन, झूमे धरती और गगन। मंद मंद बहे मदमस्त पवन, शतायु हो जाए मानव जीवन। बगिया महके बचपन चहके, खिला खिला रूप यौवन…

गुरु की महिमा ( दोहे )

गुरु की महिमा ( दोहे ) | Guru ki mahima

गुरु की महिमा ( दोहे ) ***** १. गुरु चरणन की धुलि,सदा रखो सिरमौर आफत बिपत नाहिं कभी,आवैगी तेरी ओर। २. गुरु ज्ञान की होवें गंगा,गोता लगा हो चंगा बिन ज्ञान वस्त्रधारी भी,दिखता अक्सर नंगा। ३. गुरु की वाणी अमृत, वचन उनके अनमोल स्मरण रखो सदा उन्हें,जग जीतो ऐसे बोल। ४. गुरु की तुलना ना…

शहरों की हकीकत !

शहरों की हकीकत | Poem on city in Hindi

शहरों की हकीकत! ***** जेठ की दुपहरी प्रचंड गर्मी थी पड़ रही लगी प्यास थी बड़ी निकला ढ़ूंढ़ने सोता पर यह शहरों में कहां होता? भटका इधर उधर व्याकुल होकर दिखा न कहीं कोई कुंआ , तालाब धुल उड़ रही थी हालत हो रहे थे खराब। भागते लोगों से पूछा कई बार, मिला न उतर,…

मदांध हो ना करें कोई चर्चा !

मदांध हो ना करें कोई चर्चा | Charcha par kavita

मदांध हो ना करें कोई चर्चा ! ***** चर्चा की जब भी हो शुरुआत, टाॅपिक हो कुछ खास । समसामयिक मुद्दे हों या हो इतिहास/विज्ञान की बात! बारी बारी से सबकी सुनें, फिर अपनी बात भी गंभीरता से कहें। उद्वेगी स्वर या उतावलेपन की- ना हो बू-बास, तथ्यपरक जानकारियों पर करें विश्वास। तर्क सबका अपना…

नारी: एक अनोखी पहचान

नारी: एक अनोखी पहचान | Nari jeevan kavita

नारी: एक अनोखी पहचान ( Nari : Ek anokhi pahchan )     अंधकार भरी जिंदगी हैं कब तक दिये की रोशनी काम आएगी। दुसरो की पहचान पर जी रही, क्या कभी तेरी अलग पहचान बना पाएगी।   घर के काम और रसोई ऐसे ही तेरे हाथों चलती जाएगी। कब तक नकाब के पीछे तेरी…