बहुत समझाया, बहुत मनाया

बहुत समझाया बहुत मनाया | Suneet Sood Grover Shayari

बहुत समझाया, बहुत मनाया ( Bahot Samjhaya Bahot Manaya )   बहुत समझाया, बहुत मनाया डराया भी ,धमकाया भी वक़्त की नज़ाकत समझो फासलों को नजदीकियां… पर वे तो ऐसे थे एक हुए बगावत के सुर बोल रहे एक एक करते थे जुट हुए धरने पर वो जैसे  बैठे हुए … अशआर कभी कोई नज़्म…

कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो

कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो | Suneet Sood Grover Shayari

कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो ( Kadi kadi kar judi jo )   कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो जंजीर ,बेड़ियां हो गईं पांव जख्मी, हाथ रिसते … सोने का पिंजरा सा नशेमन तेरा जज्ब हुई यूं, कि दिल छलनी हुआ तू सय्याद, तेरा इश्क कातिल… सौ आसमां औ’ हवा खुली  दम भरने को अब खोल…

प्यार की कब बहार देखी है

प्यार की कब बहार देखी है | Ghazal

प्यार की कब बहार देखी है ( Pyar ki kab bahar dekhi hai )   प्यार की कब बहार देखी है ! नफ़रतों की  दयार देखी है   आ रही है यहां ग़म की बारिश कब ख़ुशी की फुवार देखी है   जो  आँखें थी भरी नज़ाकत से प्यार  में  बेक़रार  देखी  है   थी…

जब भी चाहेगा तू रूलायेगा

जब भी चाहेगा तू रूलायेगा | Ghazal

जब भी चाहेगा तू रूलायेगा ( Jab bhi chahega tu rulayega )   इससे ज्यादा भी क्या सतायेगा, जब  भी  चाहेगा  तू रुलायेगा।। शुकून हवा का इक झोंका है, अभी  आया  है चला जायेगा।। नज़र  मिलाके जरा बात करो, मामला तब समझ में आयेगा।। एक मुद्दत से मैं सोया ही नहीं अपनी बाहों में कब…

न जाने क्यों साथ वो छोड़ते रहे मेरा

न जाने क्यों साथ वो छोड़ते रहे मेरा | Ghazal

न जाने क्यों साथ वो छोड़ते रहे मेरा ( Na jane kyon sath wo chhodte rahe mera )   न जाने क्यों साथ वो छोड़ते रहे मेरा मुहब्बत से दिल भरा तोड़ते रहे मेरा   नहीं पूछा हाले दिल भी मगर मेरा उसनें  वो पास फ़ोन  बैठे छेड़ते रहे मेरा   गुलाब देते रहे प्यार…

किसी जादू टोने का ही असर है

किसी जादू टोने का ही असर है | Ghazal

किसी जादू टोने का ही असर है ( Kisi Jadoo tone ka asar hai )   किसी जादू टोने का ही असर है! परेशां इसलिए जीवन मगर है   बहुत भेजे उसके कासीद घर को नहीं आयी कोई उसकी ख़बर है   नजर आया नहीं मुझको कहीं भी उसी को ढूंढ़ती मेरी नजर है  …

Jab pyar ka

जब प्यार का गाया मैंने राग है | Ghazal

जब प्यार का गाया मैंने राग है  ( Jab pyar ka gaya maine raag hai )   जब  प्यार  का  गाया  मैंनें  राग़  है देखो भी खिल उठा फ़ूलों का बाग़ है   की  नाम  से  तेरे  तू  देखले  सनम उल्फ़त का जल रहा दिल में चराग़ है   वो चोट दें गया दिल पे…

मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते

मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते | Udasi shayari

मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते ( Mera Dil Ro Para Dekhte Dekhte )   मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते वो जुदा जब हुआ देखते देखते   कह सका बात दिल की नहीं उससे कुछ वो  जुदा  हो  गया  देखते  देखते   खा गया हूँ ठोकर पत्थर से नफ़रत की राह  मैं  तो  चला …

अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है

अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है| Husn Shayari

अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है ( Apne hi husn pe usko guroor hai )   अपनें ही हुस्न पे उसको गरूर है ! उल्टा दिमाग़ में उसके फ़ितूर  है   मत दो सजा इसे झूठी बेवजह मासूम  ए लोगों  ये  बेक़सूर है   है आरजू ये ही अपना बनाना उसे  की मांग का…

उम्र भर के लिए अजनबी हो गये

Judai Shayari | उम्र भर के लिए अजनबी हो गये

  उम्र भर के लिए अजनबी हो गये ( Umar bhar ke liye ajnabi ho gaye )     उम्रभर  के  लिए अजनबी हो गये! हम जुदा जीवन भर ऐसे की हो गये   मैं देखूँ चैन उसको नहीं मिलता है वो मेरे दिल के ही दिलकशी हो गये   बजते है साज उल्फ़त के…