Ghazal कलेजा चीरने वाले बहुत हथियार दुनिया में

Ghazal नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में

नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में ( Nahi Tirchi Nazar Jaisa Koi Bhi War Duniya me )   कलेजा  चीरने  वाले  बहुत  हथियार  दुनिया में। नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में।।   चलन सबका यहां उल्टा मिलेगा तुम अगर देखो। गुलों  को  पूजने  वाले  बिछाते  ख़ार दुनिया में।।  …

Ghazal बहोत दुश्वार है दिल का दरिया हो जाना

Ghazal बहोत दुश्वार है दिल का दरिया हो जाना

बहोत दुश्वार है दिल का दरिया हो जाना ( Bahot Dushwar Hai Dil Ka Dariya Ho Jana )     बहोत दुश्वार है दिल का दरिया हो जाना जैसे एक दम से बेहरका क़तरा हो जाना   ये फितरत नहीं होती हर किसी में सुमार सबको मयस्सर और एक पे फ़िदा हो जाना   दश्त-ए-बे-आब…

आँखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं!

Sad Shayari | आंखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं

आंखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं ( Aankhon Mein Ashkon Ke Samandar Ro Rahe hain )     आँखों में अश्कों  के समंदर  रो रहे हैं! ग़म मुहब्बत के कई मेरे अंदर रो रहे हैं!   मिट गया झगड़े में नामो निशान घर का, और  दहलीज़  पे  बैठे खंडहर रो रहे हैं!  …

दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा

Hindi Laghukatha | Kahaniya -दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा

दहेज़ एक मज़ाक : लघुकथा ( Dahej Ek Mazak : Laghukatha ) लाला नारायण दास की शहर में सुनार की बहुत बड़ी दुकान है । आज उनकी दुकान पर उनके एक पुराने मित्र रत्नसेठ आए । उनका कारोबार भी अच्छा चल रहा है। औपचारिक अभिवादन के बाद रतन सेठ उनसे अपनी बेटी के लिए, उनके लड़के…

बिटिया रानी

Kavita Bitiya Rani | Hindi Kavita – बिटिया रानी

बिटिया रानी ( Bitiya Rani )     बिटिया जब डाँट लगाती है , वो दिल को छू जाती है l   बिटिया जब दुलराती है , मन को बहुत लुभाती है l   बिटिया जब हंसती है , रोम रोम पुलकित हो जाता है l   बिटिया के रोते ही , तन मन सब…

चन्द्रशेखर आजाद को श्रद्धा सुमन

Kavita On Chandrashekhar Azad -चन्द्रशेखर आजाद को श्रद्धा सुमन

चन्द्रशेखर आजाद को श्रद्धा सुमन ( Chandrashekhar Azad Ko Shradha Suman ) भारत  भूमि  जब  जब  सम्मान  से  सिर झुकायेगी हर मुकाम पर हिन्द को चन्द्रशेखर की याद आयेगी   ऐसा किया ऊँचा मस्तक भारत गौरव के अभिमान का धूल चटाकर प्राण हरे खुद दृश्य सन 31 के सग्राम का   आजाद  हिंद  फौज  से…

धीरे -धीरे जहन से उतरता गया

Ghazal धीरे-धीरे जहन से उतरता गया

धीरे -धीरे जहन से उतरता गया ( Dhire Dhire Jehan Se Utarta Gaya )     धीरे -धीरे  जहन  से  उतरता  गया, जो  कभी  प्यार  मेरा  सहारा  रहा।     जिन्दगी ने मुझे आज सिखला दिया, मतलबी  दौर  का  वो सिकारा रहा।     मैने  चाहा  बहुत  टूट  कर प्यार की, पर  उसे  ना  कभी …

काव्य जगत के नन्हें दीप

Hindi Kavita | Hindi Poetry -काव्य जगत के नन्हें दीप

काव्य जगत के नन्हें दीप ( Kavy Jagat Ke Nanhen Deep )   नया कुछ गीत गाए हम बच्चों संग बच्चा बन जाएं हम उलझन की इस बगीया में खुशीयो के फूल खिलाये हम   बाते चाद सितारो की ना ना बाते जमी आसमाँ की हो बाते जगमग जुगुनू की और रंग बिरंगी तितली की…

बाप

Hindi Kavita | Hindi Poetry On Life | Hindi Poem -बाप

बाप ( Baap ) १. बाप रहे अधियारे  घर में बेटवा क्यों उजियारे में छत के ऊपर बहू बिराजे क्यों माता नीचे ओसारे  में २. कैसा है जग का व्यवहार बाप बना बेटे का भार जीवन देने वाला दाता क्यों होता नहीं आज स्वीकार ३. कल तक जिसने बोझ उठाया आज वही क्यों  बोझ  बना…

अक्सर सज़ा मिली है जिनको,मुस्कुराने की,

Ghazal – अक्सर सज़ा मिली है जिनको, मुस्कुराने की

अक्सर सज़ा मिली है जिनको, मुस्कुराने की ( Aksar Saza Mili Hai Jinko, MuskuraneKi )     अक्सर सज़ा मिली है जिनको,मुस्कुराने की, जुर्रत वो कैसे कर सकेंगे,खिलखिलाने की।   हम इम्तिहाने इश्क को तैयार हैं हर वक़्त, कोशिश तो करे कोई हमको आजमाने की।   जमाई  है  धाक  नभ  पर  सूरज औ चॉंद ने।…