हमेशा ही रहे हम तो बुरे उनकी निगाहों में

Ghazal | हमेशा ही रहे हम तो बुरे उनकी निगाहों में

हमेशा ही रहे हम तो बुरे उनकी निगाहों में ( Hamesha hi Rahe Ham To Bure Unke Nigahon Mein )     हमेशा  ही  रहे  हम तो बुरे उनकी निगाहों में। गुनहगारों में की गिनती रहे जब बेगुनाहों में।।   बिना सोचे बिना समझे कई इल्ज़ाम दे डाले। जिगर का दर्द पढ़ पाए नहीं वो…

साथ में कोई नहीं मेरे चला है

Ghazal | साथ में कोई नहीं मेरे चला है

साथ में कोई नहीं मेरे चला है ( Saath Mein Koi Nahi Mere Chala Hai )   साथ   में  कोई  नहीं  मेरे  चला  है दुश्मनों से ही आज़म तन्हा लड़ा है   प्यार के मुझको मिले मरहम नहीं थें अपनों से ही जख़्म बस मिलता रहा है   मैं  ख़ुशी  से  मुस्कुरा  पाया  नहीं  हूँ…

अपनों ने गम से ही भरा जीवन

Sad Ghazal | अपनों ने गम से ही भरा जीवन

अपनों ने गम से ही भरा जीवन ( Apno Ne Gham Se Hi Bhara Jeevan )     अपनों ने ग़म से ही भरा जीवन लूटकर सुख ऐसा किया जीवन   आंसू ग़म इतने है मिले मुझको हाँ  ख़ुशी  के लिए जला जीवन   तोड़कर  प्यार  की  दीवारे  वो ग़म भरा मेरा कर गया जीवन…

हां वफ़ा का जिसे लिखा खत है

Ghazal | हां वफ़ा का जिसे लिखा खत है

हां वफ़ा का जिसे लिखा खत है ( Han Wafa Ka Jise Likha Khat Hai )   हां वफ़ा का जिसे लिखा ख़त है ! दें  गया  वो  मुझे  बेवफ़ा ख़त है   शहर  जाकर  भुला  मुझे  ऐसा फ़िर कभी भी नहीं लिखा ख़त है   वो  न  देता  जवाब  कोई  भी की लिखा प्यार…

दिलों को तोड़ने वाले जहां में कम नहीं मिलते

Ghazal | दिलों को तोड़ने वाले जहां में कम नहीं मिलते

दिलों को तोड़ने वाले जहां में कम नहीं मिलते ( Dilon Ko Todne Wale Jahan Mein Kam Nahi Milte )   दिलों  को  तोड़ने  वाले जहां में कम नहीं मिलते। मगर फिर भी ज़माने में हमेशा ग़म नहीं मिलते।।   कभी  खुशियाँ चली आती कभी हो सामना ग़म से। मिटा दे सिर्फ ग़म को जो…

जिंदगी में खुशी नहीं आती

Ghazal | जिंदगी में खुशी नहीं आती

जिंदगी में खुशी नहीं आती   ( Zindagi Mein Khushi Nahi Aati )   जिंदगी  में  खुशी नहीं आती हाँ  ऐसी आशिक़ी नहीं आती   आबरु लुट जाए अगर जो ये लौटकर वो  कभी नहीं आती   लुट जाते है जो प्यार में यारों उन  लबो पे हंसी नहीं आती   जब अधेरे घेरे है…

तुझसे मुख्फी करते हुए भी डर लगता है

Ghazal | तुझसे मुख्फी करते हुए भी डर लगता है

तुझसे मुख्फी करते हुए भी डर लगता है ( Tujhse Mukhphi Karte Hue Bhi Dar Lagta Hai )   तुझसे मुख्फी करते हुए भी डर लगता है सोज़-ए-दीवानगी क्यों मुझे खर लगता है   जहाँ देखो वहीँ बैठ जाता हूँ नाजाने क्यों देखने में तो यह अपना ही घर लगता है   बे-सब्र  बचाए  जा …

सांसों में ही आती रोज खुशबू रही

Ghazal सांसों में ही आती रोज खुशबू रही

सांसों में ही आती रोज खुशबू रही ( Sanson Mein Hi Aati Roj Khushboo Rahi )   सांसों में ही आती रोज़ ख़ुशबू रही इसलिए याद दिल को आती तू रही   चैन दिल को भला कैसे हो जीस्त में ए सनम तू नजर आती हर सू रही   प्यार का ही असर तेरे ऐसा…

Ghazal कलेजा चीरने वाले बहुत हथियार दुनिया में

Ghazal नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में

नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में ( Nahi Tirchi Nazar Jaisa Koi Bhi War Duniya me )   कलेजा  चीरने  वाले  बहुत  हथियार  दुनिया में। नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में।।   चलन सबका यहां उल्टा मिलेगा तुम अगर देखो। गुलों  को  पूजने  वाले  बिछाते  ख़ार दुनिया में।।  …

आँखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं!

Sad Shayari | आंखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं

आंखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं ( Aankhon Mein Ashkon Ke Samandar Ro Rahe hain )     आँखों में अश्कों  के समंदर  रो रहे हैं! ग़म मुहब्बत के कई मेरे अंदर रो रहे हैं!   मिट गया झगड़े में नामो निशान घर का, और  दहलीज़  पे  बैठे खंडहर रो रहे हैं!  …