तेरी आँखे

( Teri Aankhen )

देती क्या ये इशारा है तेरी आँखे
करें दिलकश नज़ारा है तेरी आँखे !

देखीं है जब से खुबसूरत निगाहों को,
हुई इश्क -ऐ -सहारा है तेरी आँखे !

मुहब्बत का मिला हमको शगन यारो,
मेरी जश्न -ऐ -बहारा है तेरी आँखों !

निशा में हो जैसे चमका अभी कोई,
हसीं लगती सितारा है तेरी आँखे !

जी करता डूब जाऊँ मैं सदा के लिए,
मुझे देती किनारा है तेरी आँखे !!

डी के निवातिया

डी के निवातिया

यह भी पढ़ें:-

बहकी-बहकी सी | Ghazal Behki Behki Si

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here