यादें तेरी दिल की धड़कन

यादें तेरी दिल की धड़कनें झकझोर हमें रुला गई।
सरहद के सच्चे सेनानी जब याद तुम्हारी आ गई।

तुम माटी के सच्चे सपूत हौसलों की मिसाल हो।
वीरों में वीर शिरोमणि जय घोष ऊंचा भाल हो।

सरहद के तुम रण बांकुरे भारत मां के लाल हो।
सीमा के सजग प्रहरी रणवीर योद्धा कमाल हो।

शौर्य पराक्रम समर में हौसलों की जब भरते हुंकार।
बेरियो के छक्के छुड़ाते दुश्मन की हर चालें बेकार।

शीश चढ़ा भारत मां को बुलंद हौसलों को वंदन है।
जय वंदे मातरम गाने वाले अमर सपूतों को वंदन है।

 

कवि : रमाकांत सोनी

नवलगढ़ जिला झुंझुनू

( राजस्थान )

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