सवाल है | Nazm in Hindi
सवाल है
( Swaal hai )
यार से हुई निस्बत-ए-ख़ास गुफ्तगू, सवाल है
हम पे करम-ए-मेहरबान-ए-जुस्तुजू, सवाल है
खुद से चलो कोई ऐसा तो सवाल है, कमाल है
जिस पर उतर कर ज़िन्दगी हु-ब-हु सवाल है
ये भी कमाल है की अच्छे से सजाया गया हूँ
में मुत्मइन हूँ तो खामोसी से रु-ब-रु सवाल है
लुत्फ़-ओ-करम से नवाज़ा गया था पहले ही
यही की में उसके दर आया ही क्यों, सवाल है
हरी, अल्लाह दोनों बिराजे ‘अनंत’ के मन मांहि
फिर भी दर-ब-दर है मुझमें क्या की यूँ सवाल है
शायर: स्वामी ध्यान अनंता