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मुर्दों के शहर में | Kavita murdon ke shahar mein
मुर्दों के शहर में ( Murdon ke shahar mein ) फंस गऍं हम भी किसी के प्यार में, आ गऍं आज इस मुर्दों के शहर में। पड़ोसी पड़ोसी को नही पहचानता, बैठें है जबकि अपने-अपने घरों में।। गाॅंव जैसा माहौल बोली में मिठास, नही है इन शहर की काॅलोनियों में। दूसरों की…

साड़ी परिधान | Saree Paridhan
साड़ी परिधान ( Saree Paridhan ) नारीत्व निरुपम विभा,साड़ी परिधान में हिंद संस्कृति नारी जगत, देवी तुल्य परम छवि । सुसंस्कार मर्यादा वाहिनी, परंपरा वंदन श्रृंगार नवि । सदियों सह दिव्य शोभना, परिवार समाज राष्ट्र पहचान में । नारीत्व निरुपम विभा,साड़ी परिधान में ।। यजुर्वेद ऋग्वेद संहिता उल्लेख , साड़ी अंतर मांगलिक महत्ता ।…

सनातन धर्म | Sanatan dharm par kavita
सनातन धर्म ( Sanatan dharm ) आज गर्व करों, कि हम हिन्दू है, जिसका आदि है, ना कोई अन्त। धर्म रक्षक और, सनातनी जो है, इसमें ज्ञान के है, दो पवित्र ग्रंथ।। यह सनातन धर्म है, बहुत प्यारा, रामायण गीता पढ़ते, वृज बाला। श्री राम के नाम में, बहुत सहारा, शाश्वत / हमेशा…

उठ गये थे वो क़दम जो बेख़ुदी में
उठ गये थे वो क़दम जो बेख़ुदी में उठ गये थे वो क़दम जो बेख़ुदी में! चोट खायी प्यार में ही इसलिए है होश आया तो ये जाना जीवन क्या है वरना डूबा था मुहब्बत के नशे में जिंदगी में दुख बहुत देखें ख़ुदाया चाहता हूँ मैं ख़ुदा ये ही ख़ुशी…

जब नाश मनुज पर छाता है | Jab Nash
जब नाश मनुज पर छाता है ( Jab nash manuj par chhata hai ) जब नाश मनुज पर छाता है, बल बुद्धि विवेक हर जाता है। अंधकार पग पग पर होता, किस्मत कोसकर तब नर रोता। नर की नजर में हितेषी भी, बैरी समान सा लगता है। कदम-कदम पर मुश्किलें अपार, दुख तकलीफों से…

इश्क दर्द है | Ishq Dard Hai
इश्क दर्द है ( Ishq Dard Hai ) इश्क दर्द है इश्क जवानी है इश्क में हो रहा …. पानी-पानी है इश्क जान है इश्क जहान है इश्क महसूस करो तो इश्वर, अल्लाह, भगवान है इश्क न काला है इश्क न गोरा है इश्क में ………. ने बेदर्दी से खुद को पाला है इश्क…

