लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा | Romantic ghazal in Hindi font
लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा
( Lagta hai ye sanam jo chehra gulab tera )
लगता है ए सनम जो चेहरा गुलाब तेरा
दीवाना कर गया है दिल ये शबाब तेरा
दीदार हो जाये दिल को क़रार आ जाये
देखूँ मैं रास्ता हर पल ही ज़नाब तेरा
लग जायेगी बुरी नज़रें हुस्न को तेरे ही
उड़ न जाये हवा में देखो हिजाब तेरा
जैसे उतर आया हो वो चाँद इस जमीं पे
की हुस्न लगता है ऐसा आफ़ताब तेरा
फ़िर क्यों न हो नशा तेरे हुस्न का पाने को
है आफ़ताब मुखड़ा लब है शराब तेरा
भेजा था ख़त मुहब्बत का कल तुझे जो मैंनें
बेताब आज़म सुनने को वो ज़वाब तेरा