अखबार | Akhbar kavita
अखबार
( Akhbar )
आज की ताजा खबर लेकर आता अखबार
देश विदेश के समाचार प्रिय अपनों का प्यार
राजनीति के दांव पेच संग सत्ता की बातें लाता
कुर्सी की उठा पटक समीकरण सारे बतलाता
शिक्षा संस्कार साहित्य सामाजिक सरोकारों को
जनता की आवाज बने हिला सके सरकारों को
अखबारों में खबरें छपती दुनिया भर के संदेश
प्रतिभायें उजागर होती घटनाएं जो घटे विशेष
होली दिवाली पर्वों पर बहार खुशी की आती है
शुभ संदेशों से सारी खबरें गीतों से सज जाती है
सुबह सुबह ताजा खबरें नित मिल जाते संदेश नये
स्वर्णिम वंदन हो उनका जो राष्ट्रहित में चले गए
राष्ट्रधारा में चेतना की नित ज्योत जगाता रहता है
जनादेश सर्वोपरि देश में अंधकार भगाता रहता है
बुलंद आवाज जनता की अखबार भी कड़ी बनता
सामाजिक सरोकार प्रिय पाठक होती सारी जनता
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )