अरसे बाद | नज़्म
अरसे बाद
( Arse Baad )
अरसे बाद
आज
जिंदगी से
मुलाकात हुई
खैरियत
सलामती की
तकल्लुफात
हुई।
“वैसा ही हूँ,
वहीं हूँ,
जहाँ तुम
थी
छोड़ कर गई।”
कहना था
पर
कह न पाया…..
.
.
.
खुदी थी
कि
खुद्दारी…
लेखिका :- Suneet Sood Grover
अमृतसर ( पंजाब )