नगर सेठ रामदेव बाबा | Baba Ramdev Pir
नगर सेठ रामदेव बाबा
( Nagar Seth Ramdev Baba )
धरा नवलगढ़ शहर प्यारा बाबा रामसापीर हमारा।
नगर सेठ रामदेव बाबा तेरे दर पे लगता भंडारा।
लीलो घोड़ो धवल ध्वजा मंदिर बाबा आलीशान।
दूर-दूर से आवे जातरी भक्त करते तेरा गुणगान।
भादवा सुदी दशमी मेला झूला लगे सजे बाजार।
दीप ज्योति जगे उजियारा भरा रहे बाबा दरबार।
चढ़े चूरमा लड्डू पेड़ा श्रीफल की बाबा है भरमार।
कौड़ी पंगलू के दुःख हर्ता रामसा पीर जग करतार।
करो कामना सबकी पूरी बाबा रामसा पीरों के पीर।
खुशियों से झोली भर जाए दमके सबकी तकदीर।
अखंड ज्योत बाबा मन मोहे हे भक्तों के प्रतिपाल।
सुख संपत्ति वैभव दाता बाबा अजमलजी के लाल।
धूप दीप हो नैवेद्य आरती ढोल नगाड़े शंख बजे।
माही दशमी जन्म उत्सव सुंदर सा दरबार सजे।
कवि : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )