योग शक्ती

योग शक्ती | Yoga kavita

 योग शक्ती  ( Yoga shakti )   –>योग रोग की,बिना नोट की, स्वस्थ शरीर की दबा अचूक || ==>>हिन्दुस्तान की देन दबा ये,राम-वाण सी चले अचूक ||   1. योग करो दुख दूर करो,बीमारियों को चूर करो | पेट रोग और मोटापे को,योगा से ही दूर करो | रक्त चाप,दिल का दौरा भी,योगा से कंट्रोल…

हमारे कश्मीर की धरती ,रानी भारत देश की

हमारा कश्मीर | Kashmir kavita

 हमारा कश्मीर  ( Hamara kasmir )   –> हमारे कश्मीर की धरती , रानी भारत देश की || 1.वो कश्मीर की यादें, वो सुनहरी वादियाँ | हो रही हों जैसे, बर्फीले पर्वतों की शादियाँ | वो ऊँचे लंबे सीधे-साधे , ब्रक्ष हरे देवदार है | बर्फ से लदे पत्ते, मानो कश्मीर मे त्योहार है |…

 कहाँ गए बचपन के,सुनहरे प्यारे "वो" दिन ||

वो बचपन के दिन | Bachpan par kavita

°°° वो बचपन के दिन °°° ( Wo bachpan ke din )   कहाँ गए बचपन के, सुनहरे प्यारे “वो” दिन || 1. कुछ पल ही सही,पर हम भी कभी,साहूकारों मे आते थे | जब -तब हमनें बाजी मारी,तब नगर सेठ कहलाते थे | कुछ पल के लिए ,कुछ क्षण के लिए,दरबार हमारा लगता था…

फैला दें विश्व मे मानवता का अमर प्रेम एवं विश्व शान्ति के नारों को

साम्प्रदायिकता | Sampradayikta kavita

 साम्प्रदायिकता  ( Sampradayikta : Hindi Poem)   है, अंधी विषकन्या इसकी आँधी जब जहां चली, छोड़ती गई विनाश, गहरे दाग, मरघट सा सन्नाटा  !! सम्प्रदायिकता की खेती की जाती है !! मंदिर , मस्जिद, गिरिजाघर एवं गुरुद्वारों में, इसके लिए आवश्यकता होती है.. झूठे नारों एवं अफवाहों की !! तभी तो इनका प्रयोग किया जाता…

ऑटोग्राफ प्लीज

ऑटोग्राफ प्लीज | Autograph please kavita

 ऑटोग्राफ प्लीज  ( Autograph please )    सुन मुन्ना सुन पप्पू सुन सुन,सुन सुन मेरे मनीष | ऑटोग्राफ प्लीज , ऑटोग्राफ प्लीज || सुन सूरज सुन चन्दा सुन सुन,सुन सुन मेरे गिरीश | ऑटोग्राफ प्लीज , ऑटोग्राफ प्लीज || 1. तुम भारत के नव भविष्य हो, तुम्हीं हो कल के नेता | जो अपने बस…

हर पल की यादें होती हैं "तस्बीरें"

तस्वीरें | Kavita

हर पल की यादें होती हैं “तस्बीरें” || १. हर तस्बीर कुछ कहती है ,हर तस्बीर की एक कहानी है | हर पल थमा सा लगता है ,तस्बीर उस वक्त की निसानी है | कुछ धुंधली कुछ नई सी हैं , मानो यादों की जवानी है | हर तस्बीर की अपनी अदा है , हर…

हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम

हिन्दी | Hindi Par Kavita

हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम  ( Hindustan ke Hindi Hai Hum : Hindi Par Kavita ) १.बड़ी मधुर मीठी है ,सुन्दर है सुरीली है | दिल को छू लेने वाली,नाजुक और लचीली है | हर हिंदुस्तानी की जुवां,पर राज है उसका | ऐसी हमारी राष्ट्र भांषा,हिन्दी अलबेली है | –>हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम …||…

कविताएँ

स्वच्छता | Swachchhata Kavita

स्वच्छता  ( Swachchhata : Kavita )   १.स्वच्छ भारत अभियान का समर्थन करो | गंदगी को साफ करो,स्वच्छ भारत का निर्माण करो ||   २.किसी एक के बस की बात नहीं,सबको मिलकर चलना होगा | इतनी अटी गंदगी को साफ हमें ही करना होगा ||   ३.अवैतनिक काम है ये,अद्रस्य रुप से करना है |…

जिंदगी बस यूं ही...

जिंदगी बस यूं ही | Poetry on zindagi in Hindi

जिंदगी बस यूं ही… ( Zindagi bas yuhi )   यूं ही कभी न हारना तुम, ना खोने देना अपनी पहचान ।  यूं ही आगे बढ़ना तुम, ना होना तुम कभी निराश ।     यूं ही तुम्हारी हर मंजिल      तुम्हें मिलती जाएगी      तुम्हारी हर चाहत मिलेगी,      तुम्हारे हर सपने सच होंगे ।…

बेजुबान की आवाज़

बेजुबान की आवाज़ | Kavita

बेजुबान की आवाज़ ( Bezubaan ki awaz )   महाकाल तेरे इश्क़ में, चूर हो गया। ये लिखने पर, मजबूर हो गया। मैं नहीं था बुरा, मुझे तुमने बनाया है। इसलिए मैने भी, ये गाना रचाया है।। समझते क्या है तू, अपने आप को। मैने भी तेरे जैसों, को सिखाया है।। मैं महाकाल का लाल…