two words of love

प्रेम के दो बोल | Prem ke Do Bol

प्रेम के दो बोल दो बोल मोहब्बत के बोल प्यारेजिंदगी में न ज़हर घोल प्यारेतनहाइयां भरी है जमाने मेंकुछ तो मीठा बोल प्यारे।। क्या लाए हो क्या लेकर जाओगेकुछ न धन का मोल प्यारेदुनिया प्रेम की दीवानी हैप्रेम ही अनमोल प्यारे।। मोहब्बत कर लो थोड़ी जवानी मेंबुढ़ापे में अक्सर झोल प्यारेयाद करेगा कभी जमानाबस दो…

Vivah Panchami

श्री राम सिया की विवाह पंचमी आयी

श्री राम सिया की विवाह पंचमी आयी श्री राम सिया का विवाह महोत्सव आयाभव्य मंडप सजा विवाह उत्सव का। आज शुभ मुहूर्त अगहन मास की पंचमी कादशरथ नंदन जनक दुलारी के विवाह का। चारों दिशाओं कोने कोने से राजकुमार है आयेशिव धनुष हिला ना सका एक भी बलवान । दुख से जनक का दिल दहला…

gond ke laddu

गोंद के लड्डू

गोंद के लड्डू गोंद के लड्डू, मीठे से स्वाद,सर्दी की सर्द रातों में, गर्मी का फरमाया आबाद।ताजगी से भरी, एक खजाना छुपा,इनमें तो बसी है, सेहत की हर एक ख़ुशबू। गोंद के लड्डू, नारी की सेहत के लिए वरदान,बचपन से बुढ़ापे तक, सबके लिए बनाए गए इनका अनोखा सामान।खुशबू बिखेरे इनसे, स्वाद में कुछ खास…

मन की पुकार

मन की पुकार | Man ki Pukar

मन की पुकार हर धड़कन तेरे नाम से धड़कती है,तेरी यादों की लौ दिल में चमकती है।आज भी तेरी हंसी का दीवाना हूँ मैं,तुझसे बेशुमार प्यार निभाना चाहता हूँ मैं। तेरे कदमों की आहट अब भी सुनाई देती है,मेरे ख्वाबों में हर रात तू ही दिखाई देती है।तेरे बिना हर लम्हा अधूरा सा है मेरा,आज…

एक ही भूल

एक ही भूल | Ek hi Bhool

एक ही भूल आज बरसों बाद तुम्हारा दीदार हुआ,दूरियाँ बनी हुई थी फिर से प्यार हुआ। लबों को तुम्हारे लबों का स्पर्श हुआ,बदन की महक का यूँ एहसास हुआ। ग़र ये ख़्वाब है तो ख़्वाब ही रहने दो,मैं सो रहा हूँ सोया हुआ ही रहने दो । चली क्यों नही जाती हो मेरी बातों से,जिस…

करूं भी तो क्या

करूं भी तो क्या | Karoon Bhi to Kya

करूं भी तो क्या हम सबकी जिंदगी भी एक सर्किल की तरह है,इसी में हम सब उलझें और घूमते रहते हैं हरदम।लाइन पर सीधा चलना तुम भी भूले और हम भी,अपने ही कामों में उलझे रहते हैं अब तो हरदम।। हम सबका था रंगीन जीवन अब बेरंग हो गया है,कलर प्लेट में है,या प्लेट कलर…

हमने तो

हमने तो | Hamne to

हमने तो हमने कुछ और ढूँढा था तुझमेंहमने समझा थाप्यार का समन्दर हो तुमख़बर नहीं थीउजड़े सहरा का मंज़र हो तुमहम तो समझे थेकि दिल के ख़ला को भर जाओगे तुमयह ख़बर नहीं थीकि और भी तन्हा कर जाओगे तुमहमने तो कुछ और ढूँढा था तुझमें हम तो समझे थेकि इश्क़ की हक़ीक़त हो तुमयह…

मैं कितना बदल गया

मैं कितना बदल गया

मैं कितना बदल गया नस्लें बर्बाद हो गई हमारी आज के इस व्यवहार में,हर कोई आज बिक गया रिश्वत के इस पुरस्कार में।अपनी पर ध्यान नहीं देते पर पराई पर हम देते रहे,अब वो कहां शिष्टाचार बचा है अपनों के संस्कार में।। हम तो रिश्वत से अपना ख्वाब पूरा करना चाहते हैं,आजकल हम एक दूसरे…

मेरे हिस्से का प्रेम

मेरे हिस्से का प्रेम

मेरे हिस्से का प्रेम मैं तुम सेदूर हूँधूप और छाँव की तरहपुष्प और सुगंध की तरहधरा और नील गगन की तरहदिवस और निशा की तरहजनवरी और दिसम्बर की तरहसाथ-साथ होते हुए भीबहुत दूर- बहुत दूर परन्तुप्रति दिन मिलता हूँतुम सेतुम्हारी नयी कविता के रूप मेंनये शब्दों के रूप में जीवन मेंकभी कोई सुयोग बना..तोमैं तुम…

अपनी दुनियां | Apni Duniya

अपनी दुनियां | Apni Duniya

अपनी दुनियां इस दुनिया के भीतर भी अपनी एक दुनिया होनी चाहिएमन के राज वहीं पर खोलना चाहिए इस दुनिया में जिसकी अपनी नहीं होती एक दुनियावह विचरता रहता है भ्रम और जाल मेंदुखी होता रहता है संसार के अंदर लेकिन जिसके भीतर अपनी एक दुनिया होती हैवह सदा मस्त रहता है अपने ही भावों…