रानी भी भेज दो | Rani Bhi Bhej do

रानी भी भेज दो | Rani Bhi Bhej do

रानी भी भेज दो ( Rani bhi bhej do )    मिसरा दिया है ऊला तो सानी भी भेज दो राजा के वास्ते ख़ुदा रानी भी भेज दो जब जा रहे हो तोड़ के रिश्ता -ऐ-वफ़ा वापिस मुझे हरेक निशानी भी भेज दो कर लूँ तुम्हारे झूठ पे ख़ुश होके मैं यक़ीं इतनी लतीफ़ कोई…

Bahane Kitne

बहाने कितने | Bahane Kitne

बहाने कितने ( Bahane Kitne )    मुस्कुराने के बहाने कितने फर्क क्या,आएं रुलाने कितने ॥ अब यकीं रूठ किधर जा बैठा रंग बदले हैं ज़माने कितने ॥ बेअसर ख़ार भी है अब उसको सह लिया तल्ख़ व ताने कितने ॥ होती उस सम्त निगाहें सबकी कह गईं, उसके दिवाने कितने ॥ उसकी गैरहाज़िरी में…

किन हाथों में देश सुरक्षित | किनमें सिर्फ जहर है

किन हाथों में देश सुरक्षित | किनमें सिर्फ जहर है

किन हाथों में देश सुरक्षित ( Kin hathon mein desh surakshit )    आशा जैसी हुई प्रमाणित, सब को आज खबर है ! किन हाथों में देश सुरक्षित, किन में सिर्फ जहर है !! क्रूर आक्रमण से विषाणु के, कौन बचा ले आया देश सुरक्षित रखा बचाया, किसका गहन असर है !! लूटा,किया बहुत अपमानित,…

मिलके दीवाली मनायेंगे | Diwali ke Upar Shayari

मिलके दीवाली मनायेंगे | Diwali ke Upar Shayari

मिलके दीवाली मनायेंगे ( Milke diwali manayenge )    उसे घर आज अपने ही बुलायेंगे उसे ही खीर उल्फ़त की खिलायेंगे बढ़ेगा प्यार दीवाली से हर दिल में सभी के साथ में दीपक जलायेंगे मिटेंगे सब अंधेरे नफ़रतों के ही मुहब्बत के यहाँ दीप झिलमिलायेंगे ढलेंगे दिन वतन से ही गमों के सब ख़ुशी हर…

Diwali Hindi Shayari

दीप जले | Diwali Hindi Shayari

दीप जले ( Deep Jale )    बरसों की रस्म पुरानी दीप जले है आयी वो रात सुहानी दीप जले है ख़ुशियों की है आज बहारें हर घर में महकी रात कि ही रानी दीप जले है चैधा वर्ष बाद लौटे है राम अयोध्या उत्सव की एक निशानी दीप जले है बचपन के दिन भी…

Dushman Mita hai

तिरंगो से सज़ा देखो वतन है | Tirango se Saja

तिरंगो से सज़ा देखो वतन है  ( Tirango se saja dekho vatan hai )    तिरंगो से सज़ा देखो वतन है गुलों से यूं भरा अपना चमन है सलामत ए ख़ुदा रखना हमेशा वतन का जो हसीं मेरे फ़बन है नहीं आये कभी कोई मुसीबत वतन में रब सदा रखना अमन है किसी में बू…

Kahan Dhundu

कहां ढूंढू | Kahan Dhundu

कहां ढूंढू ( Kahan dhundu )   गौतम, नानक-राम कहां ढूंढू मजहब के चार धाम कहां ढूंढू अमन के जैसे गुजरे है दिन वैसी सुबहो – शाम कहां ढूंढू मुंह में राम है बगल में खंजर ‘ सत्यवादी ‘ इक निज़ाम कहां ढूंढू मजहब-मजहब लड़ने वाले हैं सब ‘इंसानियत ‘ का पैगाम कहां ढूंढू झूठ-फरेब…

मगर दिल मे प्यार है | Magar Dil me Pyar Hai

मगर दिल मे प्यार है | Magar Dil me Pyar Hai

मगर दिल मे प्यार है ( Magar dil me pyar hai )         मेरी आखों मे है जलन, मगर दिल मे प्यार है। कलम उठाऊं या हथियार, दोनो मे धार है ।। कहते है कुछ और , करते है कुछ और सियासत बन गई देखो व्यापार है। कलम उठाऊं या हथियार, दोनो मे…

Kyon Nahin Aate

क्यों नहीं आते | Kyon Nahin Aate

क्यों नहीं आते ( Kyon nahin aate )  वज़्न 1222 1222 1222 1222 अरकान -मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन बाहर का नाम – बहरे हजज़ मुसम्मन सालिम   ग़म-ए-दिल कैद से आज़ाद होकर क्यों नहीं आते रिहाई को खड़ी, खुशियां बुलाकर क्यों नहीं आते ॥ सही है, दोस्त होते सब, मगर जब कैफियत आड़ी घुमाते पीठ…

Laut aa Ab

लौट आ अब तू कहाँ है | Laut aa Ab

लौट आ अब तू कहाँ है ( Laut aa ab tu kahan hai )    तू दिखा यूं मत गुमाँ है और भी देखो मकाँ है फूल दूँ कैसे उसे अब वो नहीं अब दरमियाँ है दिल यहाँ लगता नहीं अब वो हुआ जब से निहाँ है उस हसीं से तू मिला दे ये ख़ुदा…