Koi Apna Yaar Nahin

कोई अपना यार नहीं | Koi Apna Yaar Nahin

कोई अपना यार नहीं ( Koi apna yaar nahin )   कोई अपना यार नहीं तन्हा हूँ दिलदार नहीं हूँ सच्चा में भरा वफ़ा कोई मैं अय्यार नहीं देखें है वो रोज़ मुझे उल्फ़त की इज़हार नहीं फ़ैले कैसे उल्फ़त फ़िर फ़ूल भरा गुलज़ार नहीं जानें वो गुम कहाँ हुआ उसका हो दीदार नहीं देता…

Har Din

हर दिन | Har Din

हर दिन ( Har din )    ज़िन्दगी हर दिन एक नयी चाल है इंसा दिन-ब-दिन हो रहा बेहाल है। कोई चराग बन जल रहा हर पल जाने किसका घर करे उजाल है। जो खो गया नाकामयाबी में कहीं देता कहाँ कोई उसकी मिसाल है। ख्वाहिशों का अपनी बोझ ढोते ढोते हर दिन वो कितना…

Matam Shayari

खुशियों में हर मातम बदला | Matam Shayari

खुशियों में हर मातम बदला ( Khushiyon mein har matam badla )    गर्मी का ये आलम बदला बारिश आयी , मौसम बदला ज़ख़्म नहीं भर पाये दिल के साल महीने मरहम बदला लोग नये सत्ता में आये हर छत पर अब परचम बदला साल महीने मौसम बदले लेकिन कब मेरा ग़म बदला सच्चा समझा…

Wafadar Shayari

वफ़ादार नहीं थे | Wafadar Shayari

वफ़ादार नहीं थे ( Wafadar nahi the )  बहर-मफऊल -मुफाईल-मुफाईल-फऊलुन   कुछ दोस्त हमारे ही वफ़ादार नहीं थे वरना तो कहीं हार के आसार नहीं थे ख़ुद अपने हक़ों के हमीं हक़दार नहीं थे हम ऐसी सियासत के तलबगार नहीं थे झुकने को किसी बात पे तैयार नहीं थे क्यों हम भी ज़माने से समझदार…

Unchi Udaano ke the

ऊँची उड़ानों के थे | Unchi Udaano ke the

ऊँची उड़ानों के थे ( Unchi udaano ke the )    यह भी अहसान कुछ क़द्रदानों के थे जो निशाने पे हम भी कमानों के थे जो भी सीनों पे सब आसमानों के थे वो सभी तीर अपनी कमानों के थे ठोकरों ने भी बख़्शा हमें रास्ता हौसले जब दिलों में चटानों के थे हैं…

Zindagi Dard bhari Shayari

मेरे हिस्से आया दर्द | Zindagi Dard bhari Shayari

मेरे हिस्से आया दर्द ( Mere hisse aaya dard )    जीवन में जब पाया दर्द तब औरों का समझा दर्द याद मुझे आये कुछ दोस्त दिल में फिर से जागा दर्द साथ इसे भाये दिल का कब रहता है तन्हा दर्द उसके हिस्से में खुशियाँ मेरे हिस्से आया दर्द हिज्र लगा ऐसा दिल पर…

Bewafai Shayari

बेवफ़ाई किसलिए | Bewafai Shayari

बेवफ़ाई किसलिए ( Bewafai kis Liye )    बेवज़ह ये बेवफ़ाई किसलिए इश्क़ की शम्मा बुझाई किसलिए। दिल हमारा कैद में जब रख लिया दे रहे हो फ़िर रिहाई किसलिए। जानते हैं असलियत हम आपकी हमसे आख़िर पारसाई किसलिए। हिज़्र ही हासिल फ़कत इसमें हुआ कर रहे हम आशनाई किसलिए। याख़ुदा बेख़ौफ़ हैं मुजरिम यहां…

Khamoshi Shayari

खामोशी | Khamoshi Shayari

खामोशी ( Khamoshi )    नहीं कुछ भी है कहने को तो ओढ़ी आज खामोशी ज़रा सुनिए तड़पते दिल की है आवाज़ खामोशी। समंदर सी है गहरी जलजले कितने समेटे है छुपाए है हज़ारों ग़म हज़ारों राज़ खामोशी। नहीं लब से कहा उसने मगर सब कुछ बयां करती वो उसका हाले दिल बदले हुए अंदाज़…

khabar Shayari

बस हमें ख़बर नहीं | khabar Shayari

बस हमें ख़बर नहीं ( Bas hamen khabar nahin )    देख पाये जो उसे ,ऐसी हर नज़र नहीं हर जगह है वो ख़ुदा ,बस हमें ख़बर नहीं सब मरेंगे एक दिन ,बात है ये लाज़मी कोई इस जहान में, दोस्तो अमर नहीं दिल मिला है गर तुझे ,तो मिलेगा दर्द भी दर्द से तो…

Noche Wahi Varak

नोचे वही वरक़ | Noche Wahi Varak

नोचे वही वरक़ ( Noche wahi varak )   बाक़ी हुरूफ़ जो ये मेरी दास्तां के हैं अहसान यह भी मुझ पे किसी मेहरबां के हैं रह रह के बिजलियों को है इनकी ही जुस्तजू तिनके बहुत हसीन मेरे आशियां के हैं क़ुर्बानियाँ शहीदों की भूले हुए हैं लोग गुमनाम आज नाम उन्हीं पासबां के…