जीवन के रंग

जीवन के रंग

धर्म-पत्नि अग्नि को साक्षी मान खाये सात फेरे,दाम्पत्य जीवन बंधन में खाये सात फेरे। सनातन धर्म में विवाह विधि शुभ संस्कार,वचन नहीं निभाये पापी पाप पुण्य संस्कार। पति-पत्नी परस्पर करे प्रेम भाव स्नेह,विच्छेद नहीं करे सेवा सुरक्षा भाव स्नेह। नर्क स्वर्ग जीवन यात्रा में जुगल जोड़ी,तोड़े जो ताना-बाना मोल एक कोड़ी। मानव नहीं दानव दोगला…

पार्वती के महामहि सुनु

पार्वती के महामहि सुनु

पार्वती के महामहि सुनु विघ्न हर्ता , एक दंता lशंख बजाता , धुन बनाता llवक्रतुंडा महाकाया lचिन्तामण ही विघ्न काया llएक – दो – तीन आया,लालबाग राजा हां हां lलालबाग राजा ll श्वेत , ध्वनि – प्रति ध्वनि lगली – गली पिल्लैयार आनी llशुभ कार्य या पूजा – अर्चना lजिनकी होती प्रथम आराधना llएक दो…

Pakhi ki Rakhi

धागों का त्योहार

धागों का त्योहार रंग-बिरंगी राखियों से,आज सजा हुआ बाजार।अमर – प्रेम का बंधन यारो,है धागों का त्योहार।। बहना के जीवन में यारो,जब – जब संकट आता।समाचार के मिलते ही भाई,बहना के घर जाता।।दिया हुआ वचन अपना भाई सदा ही ये निभाता।खुशियों की बगियाॅं को भाई,जीवन में महकाता।। अमर रहे दुनिया में यारो,ये भाई बहन का…

narendra sonkar

नरेन्द्र सोनकर की कविताएँ | Narendra Sonkar Poetry

रोटी बड़ी या देश बड़ा? संसद गूंगीसांसद गूंगान्यायालय गूंगान्यायाधीश गूंगासत्ता गूंगीशासन गूंगादल-दल गूंगागण-गण गूंगाबस्ती गूंगीघर-घर गूंगाजन-जन गूंगाकण-कण गूंगाधरम-करम का परचम गूंगापढ़ें-लिखें का दमखम गूंगाइस देश का सिस्टम गूंगा अशिक्षा का ग्राफ न पूछो?महंगाई की भाप न पूछो?बेरोज़गारी ज़िंदा डसतीछात्र लटकते हैं फांसी परहताशा, निराशा इतनी खून, मांस, लोग बेचें किडनी! नगर-सिटी क्या,बस्ती क्या,लोग भटकते दर-बदररोटी…

बहुजन जागरण चालीसा

बहुजन जागरण चालीसा

बहुजन जागरण चालीसा 01. ❝ कहें गर्व-अधिकार से,नारी दलित यतीम।    नाम नहीं नारा नहीं, धम्म-दीप हैं भीम।। ❞ 02. ❝ जन्म हुआ रे भीम का,खुशी महल-खपरैल।     धम्म-घोष है न्याय का, तिथि चौदह अप्रैल।। ❞ 03. ❝ समता औ’ सम्मान ही, संविधान की थीम।  सृजन किए अंबेडकर,बोलो जय जय भीम।। ❞ 04.  ❝…

हाँ! मैं आसमान से बात करती हूँ

हाँ! मैं आसमान से बात करती हूँ

हाँ! मैं आसमान से बात करती हूँ मैं वो लड़की हूँ —जो अक्सर रात की चुप्पियों मेंखुद से सवाल करती है:क्या मेरा होना बस एक समझौता है?या कोई पुकार है —जो इस सदी के शोर में गुम हो गई? मेरी हथेलियाँ खाली नहीं हैं,इन पर बिखरे हैं अधूरे ख्वाब,जो रोज़ सिले जाते हैंघर की चौखटों…

कागा की कलम

विचार-धारा

सच्चाई कौन दोस्त कौन दुश्मन फ़र्क़ नहीं पड़ता,कौन अपना कौन पराया फ़र्क़ नहीं पड़ता। हम चले मंज़िल की ओर एकदम अकेले,कौन रहबर कौन रहज़न फ़र्क़ नहीं पड़ता। सोच में सपने संजोये भावी भविष्य के,कौन नाकाम कौन कामयाब फ़र्क़ नहीं पड़ता। नक्कमे करते नुक्ताचीनी हर किसी काम में,कौन नेक कौन नादान फ़र्क नहीं पड़ता। करते जो…

समृद्धि वाली गुल्लव्वा

समृद्धि वाली गुल्लव्वा

समृद्धि वाली गुल्लव्वा* ओ शांत है ओ सौम्य हैओ सुन्दर है l धान का श्रृंगाहैफिर भी सावन में ही आती है lबताओ ओ कौन है ? ओ धन है l ओ संपत्ति है lओ ऐश्वर्य का आभास है lफिर भी सावन में आती है lबताओ ओ कौन है ? ओ सुख भी देती है lओ…

Guru Mahima

गुरु की महिमा

गुरु की महिमा गुरु की महिमा सबसे न्यारीगुरु ज्ञान की खान है।राह दिखाते हैं सबको हीमिल जाते भगवान है।। बीच भंवर में डूब ही जातागुरु की बात न मानी,अमृत – रस बरसाने वालीहै सदगुरु की वाणी।गुरु के चरणों में ही रहकरमिल जाता सम्मान है।गुरु की महिमा…..।। पुष्प चढ़ाऍं – शीश झुकाऍंकरें वंदना मिलकर सारे,खुशियों की…

कौन है नेता कौन अभिनेता

कौन है नेता कौन अभिनेता

कौन है नेता कौन अभिनेता कौन है नेता कौन अभिनेताअब पहचानना है मुश्किल। भाषण की जगह अब गीत है सुनते,गीत गीत में भाषण को हैं रचते, भाषण कम अब व्यंग ज्यादा है कसते,एक दूजे की टांग खींचतेनहीं किसी को बक्शते है। टीवी सीरियल से ज्यादाकिरदार इसमें दिखते हैं । बड़े-बड़े नेता अभिनय के लिए बड़े-बड़े…