हे कृष्ण मुरारी | Hey  Krishna Murari

हे कृष्ण मुरारी | Hey Krishna Murari

हे कृष्ण मुरारी  ( Hey Krishna Murari ) हे!कृष्ण मुरारी तुम्हें फिर इस धरा पर आना होगा छोड़ बाँसुरी की मधुर तान व्यभिचारी दुःशाशनों से द्रोपदी का चीर बचाना होगा नारी आज अबला नहीं सबला है ये अहसास उन्हें कराना होगा उनके भीतर काली और दुर्गा के स्वरूप से रूबरू कराना होगा स्त्री की इज्जत…

Kavita Khelat Kanhai hai

मुरलीवाला | Kavita Muraliwala

मुरलीवाला ( Muraliwala ) दुनिया से निराला है तू बंसी वाला। जन्म दिया देवकी ने यशोदा ने पाला। गोपियों का प्रेमी, जग का रखवाला। नाचती हैं ठुमुक ठुमुक वो बृजबाला। छोटे छोटे पांव हैं, रंग का है काला। मगर चितचोर तू वो मुरलीवाला। शांत हो जाती है अंतर से ज्वाला। जपे जो भी कोई, तेरे…

गोवर्धन गिरधारी

गोवर्धन गिरधारी | Kavita Govardhan Girdhari

गोवर्धन गिरधारी ( Govardhan Girdhari ) जय जय जय कृष्ण मुरारी गोवर्धन गिरधारी! पूर्णावतार प्रेमावतार रसनावतार भवतारी!! बाधा दूर करो तुम सबकी आकर के बनवारी! जय जय जय कृष्ण मुरारी गोवर्धन गिरधारी भंवर बीच में आज है भारत जिस पर तुमने जन्म लिया! आकर मुक्त करो संकट से जिसे दुष्टों ने ग्रसित किया!! मुरली मनोहर…

Manmohak Krishna

मनमोहक कृष्णा | Manmohak Krishna

मनमोहक कृष्णा ( Manmohak Krishna ) मन को लुभा रही कान्हा तेरी चंचल चितवन। देखूं तुझको खो जाऊं सुंदर छवि में मनमोहन। तेरी बंसी की धुन सुनते ही रोम रोम हो मेरा तरंगित। तेरे दर्शन पा जाऊं तो तन मन हो जाए सुगंधित। मधुर मुस्कान तेरे होंठों की दिल चुरा ले जाए है छलिया। होंठों…

Krishna diwani

सबके संग रम जाते कृष्ण

सबके संग रम जाते कृष्ण अँखियन मिचत रोवत आवे कृष्ण, नटखट कन्हा खूब ही भावे कृष्ण । माँ पुकार से जियरा हरसाये कृष्ण, घुटुरन बकैया-बकैया मनभावे कृष्ण ।। माटी मुंह, रज चंदन देह में लपेटे कृष्ण, क्रीड़ा करत मित्र ब्रज वीर समेटे कृष्ण । मुग्ध गोपियन, मुग्ध मैया, बाबा है, कृष्ण, पशु पक्षी मुग्ध हो…

नन्हे कन्हैया | Nanhe Kanhaiya

नन्हे कन्हैया | Nanhe Kanhaiya

नन्हे कन्हैया ( Nanhe Kanhaiya ) यशोदा के लला नंद बाबा के प्यारे नन्हे कन्हैया छोटी दंतिया दिखाएं पग घुंघरू बांध इत उत डोले प्यारी प्यारी मुरली की तान सुनाएं मोर पंख मस्तक पर सुंदर सजाएं दूध दही संभालो मटकी फोड़न को आए कदंब के झूलों में वृंदावन की गलियों में आए कन्हैया को ढूंढने…

पानी पूरी | Kavita Pani Puri

पानी पूरी | Kavita Pani Puri

पानी पूरी ( Pani Puri ) देखते ही जी ललचाए मुंह में पानी गजब आए तीखी , खट्टी ,चटपटी सी मीठी मीठी चटनी के साथ खाए बिन रहा ना जाए ।। भूख में और लगती ये स्वादिष्ठ आलू मसाला डालकर फुटकी झट से भूख को मिटाने वाली पानी – पूरी यह कहलाती है ।। जगह…

कैनवस के पास | Kavita Canvas ke Paas

कैनवस के पास | Kavita Canvas ke Paas

कैनवस के पास ( Canvas ke Paas ) कैनवस पर तस्वीर बनाते समय ‘कैनवस के पास’ सिर्फ़ रंग और ब्रश ही नहीं बिखरे होते और भी बहुत कुछ होता है- तुम्हारी यादें , टूटे सपनों के टुकड़े, गुज़री मुहब्बत पानी की बोतल, नज़दीक का चश्मा, पीले पत्ते… धूप, कुर्सी, घास, बड़ी छतरी , कैप, पैन,…

कजली तीज

कजली तीज | Kavita Kajli Teej

कजली तीज ( Kajli Teej ) देखो आया कजली (सत्तू) तीज का त्यौहार सखियां सब हो जाओ तैयार मेहंदी हाथों में रचाई करके सोलह श्रृंगार आई हरी- हरी चूड़ियां खनखन करती पायल भी छम छम है बजती बिंदिया की चमक अपार स्वस्थ रहे पिया खुशियों से भरा हो संसार सुहागिनें मंदिर में दर्शन को जाती…

किस मूरत को हम पूजे

किस मूरत को हम पूजे

किस मूरत को हम पूजे किस मूरत को हम पूजे, जिसमें प्राण प्रतिष्ठा है। या मन मन्दिर में मेरे जो, जिसमें मेरी निष्ठा है।।१ बिना प्राण की मूरत पूजे,क्या मुझको फल देगी । मेरी विनय पुकार सुनेगी, मेरे कष्टों का हल देगी।।२ जिस मूरत में प्राण भरा है ,वह मूरत क्या सच्ची है । जिसमें…