दीपावली

दीपावली | Deepawali kavita

दीपावली ( Deepawali )     आ गई दीवाली, आ गई दीवाली ……|| 1.नव रात्र गये गया दशहरा, लो आ गई दीवाली | साल में सबसे हिन्दुस्तानी, त्यौहार बड़ा दीवाली | करो सफाई सारे घर की, है थोड़े दिन में दीवाली | रंग भर दो दीवारों में, रंगमय हो जाये दीवाली | आ गई दीवाली,…

दुःख होता है

दुःख होता है | Dukh hota hai

दुःख होता है ( Dukh hota hai )     तेरे हंसने पर मैं भी हँसने लगता हूँ तेरे दुःख से मुझे भी दुःख होता है तेरे दुःखी होने पर भी मुझे दुःख होता है तेरे रोने पर मुझे भी रोना आता है।   पर, मैं तेरे साथ रो नहीं पाता हूँ…. इसका ग़म मुझे…

मिलाते तो सही

मिलाते तो सही | Milate to sahi poem

मिलाते तो सही ( Milate to sahi poem )   आवाज़ से आवाज़ मिलाते तो सही….! दिल से दिल मिलाते तो सही…..! मन से मन मिलाते तो सही…..! हाँ में हाँ मिलाते तो सही…….! सुर से सुर मिलाते तो सही…..! हाथ से हाथ मिलाते तो सही…..! नज़र से नज़र मिलाते तो सही……! क़दम से कदम…

पहल्यां ही बता देंदी

पहल्यां ही बता देंदी | Hariyanwi kavita

पहल्यां ही बता देंदी ( Pahalyaan hi bata dendee )   बैरण! तू मनै पहल्यां ही बता देंदी जिब बात्याँ का सिलसिला शुरू करया था क्यूँ इतणा लगाव बढ़ाया तनै तनै जाण बूझ कै नै मेरै गैल यू छल करया सै। मैं तै ठीक था अपणी जिंदगी म्है काट रया था अपणे दिनां नै फेर…

मंजिल का एहसास

मंजिल का एहसास | Prernadayak poem

 मंजिल का एहसास ( Manzil ka ahsas )     यूं ही तो नही ये मेरे मेरे सपनों की उड़ान है, कुछ तो है मन के अंदर तो जुड़ा हुआ है इससे। कुछ तो है जो कर रहा है प्रेरित इस कदर से कि अब ये चुनोतियाँ बाधा नही बन सकती हैं।।   क्या है…

घायल खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ

घायल खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ | Kavita

घायल खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ ( Ghayal kheton ki tasweer dikhane aya hoon )     घायल जख्मी खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ। बहते हुवे अश्कों के अंश अपने संग भी लाया हूँ।। मैने अपनी आंखों से खुद इनको रोते देखा है। प्रकृति के प्रारहों से घायल होते देखा है।। ओले रुपी…

मुहूर्त

मुहूर्त | Muhurat par kavita

 मुहूर्त  ( Muhurat )   क्यों भागे मनवा व्यर्थ मुहूर्त के पीछे || 1.न जन्म मुहूर्त से हुआ, न मृत्यू होगी किसी मुहूर्त मे | फिर क्यो सारी जिन्दगी घूमें, शुभ मुहूर्त के चक्कर मे | क्या शुभ है क्या अशुभ, सब आधीन है प्रकृति सूत्र मे | फिर क्यों सारी जिन्दगी ढूंडे, खट्टापन मीठी…

सैनिक

सैनिक | Sainik kavita

सैनिक  ( Sainik )    वो सैनिक है, वो रक्षक है || 1.न हिन्दू है न मुस्लिम है, वो केवल मानव राशी हैं | न दिन देखें न रात पता हो, वो सच्चे भारतबासी हैं | चाहे गर्मी हो या बर्फ जमे, अपना कर्तव्य निभाते हैं | खुद जान गंवा कर सीमा पर, हिन्दुस्तान बचाते…

यकीन

यकीन | Yakeen kavita

 यकीन  ( Yakeen )   ये मुझ पर सब का”यकीन”है || 1.नौ महीने कोख मे, मुझे पाला पोसा-मात ने | जन्म दिया पीडा सही, और दूध पिलाया मात ने | बचपन की अठखेलियां, गीला-सूखा सहती रही | आँख का उसके तारा हुँ, पूरे यकीन से कहती रही | ये मुझ पर मेरे माँ का “यकीन”है…

चूडियाँ

चूडियाँ | Kavita choodiyaan

 चूडियाँ  ( Choodiyaan )   सोलह श्रंगारों मे “चूडी” || 1.चाँद सा गोल आकार, कुछ बड़ी कुछ छोटी सी | रंगीन कुछ सतरंगी सी, कुछ पतली कुछ मोटी सी | सोने पीतल और चाँदी की, कुन्दन काँच मोती की | हांथो मे बजती खन-खन, कलाई सजाती गोरी की | सोलह श्रंगारों मे “चूडी” || 2.लाल…