Saadgi Shayari

सादगी अच्छी नहीं | Saadgi Shayari

सादगी अच्छी नहीं ( Saadgi Achi Nahi )   हद से ज़्यादा सादगी अच्छी नहीं बेहिसों से बंदगी अच्छी नहीं। पास है दरिया समंदर मांगता देख इतनी तिश्नगी अच्छी नहीं। जानकर सब नासमझ बनता है वो बस अदा उसकी यही अच्छी नहीं तू न हो जिसमें तेरा जलवा न हो मौत सी वो ज़िंदगी अच्छी…

पूर्ण बेटी से वो हसरत हो गई

पूर्ण बेटी से वो हसरत हो गई

पूर्ण बेटी से वो हसरत हो गई   ज़र जमीं की जब वसीयत हो गई । टेढ़ी उन बेटो की नीयत हो गई ।। ठीक वालिद की तबीयत हो गई । जान को उनकी मुसीबत हो गई ।। जिस तरह औलाद खिदमत कर रही । हर किसी को देख हैरत हो गई ।। चाहते तो…

Ghazal Zindagi ki Kahani

जिंदगी की कहानी | Ghazal Zindagi ki Kahani

जिंदगी की कहानी ( Zindagi ki Kahani )   कहूँ किस तरह जिंदगी की कहानी घिरी दर्द में ही रही जिंदगानी कभी अपने तो गैरों ने भी रुलाया भरा ही रहा दोनों आँख ही पानी क़दम पर क़दम दर्द था थी घुटन भी पड़ी जिंदगी से उसे भी निभानी बुने साथ में ख्वाब जब कहकशाँ…

Ghazal Pehli Mulaqat

पहली मुलाकात | Ghazal Pehli Mulaqat

पहली मुलाकात ( Pehli Mulaqat )   धीरे-धीरे वो घूँघट उठाने लगे । धड़कनें मेरे दिल की बढ़ाने लगे ।। १ आ गई रात वो जब मुलाकात की। देखते ही हमें वो लजाने लगे ।। २ देख जबसे लिया यार मैनें सनम । क्या कहूँ की कदम लड़खड़ाने लगे ।। ३ हार कर ही सदा…

खाली था दिल का जाम

खाली था दिल का जाम | Ghazal Khali tha Dil ka Jaam

खाली था दिल का जाम ( Khali tha Dil ka Jaam )   रंगीनिये -हयात के मंज़र से भर गई बस इक नज़र मिली थी कि दिल में उतर गई प्यासों की प्यास और बढ़ा कर गुज़र गई लेकर सरापा-हुस्न के साग़र जिधर गई उसकी निगाहे-नाज़ बड़ा काम कर गई खाली था दिल का जाम…

Ghazal Jinhen Zindagi

जिन्हें ज़िन्दगी हम बनाने लगे थे | Ghazal Jinhen Zindagi

जिन्हें ज़िन्दगी हम बनाने लगे थे ( Jinhen zindagi hum banane lage the )   वो ख्वाबों की दुनिया सजाने लगे थे हमें देखने आने जाने लगे थे ।। छुपाने पड़े थे हमें भी तो आँसूँ । सनम दूर हमसे जो जाने लगे थे ।। नज़र जब कभी इत्तफाकन मिली तो उन्हें देख कर मुस्कराने…

Ghazal Ban Jaaiye

सदी बन जाइए | Ghazal Sadi Ban Jaaiye

सदी बन जाइए ( Sadi Ban Jaaiye )   आप इक इतिहास इक युग इक सदी बन जाइए बात यह सबसे बड़ी है आदमी बन जाइए बह रहे जो आँख से उन आंसुओं को पोछ कर बा- ख़ुशी दे दूसरों की जिंदगी बन जाइए सोचिए मत आप कुछ ज्यादा यहाँ पर कौन क्या आ किसी…

जानते हैं | Ghazal Jante Hain

जानते हैं | Ghazal Jante Hain

जानते हैं ( Jante Hain ) वो रहते कहाँ हैं पता जानते हैं । कि उनकी सभी हम अदा जानते हैं ।।१ लगा जो अभी रोग दिल को हमारे ।। न मिलती है इसकी दवा जानते हैं ।।२ मनाएं उन्हें हम भला आज कैसे । जिन्हें आज अपना खुदा जानते हैं ।।३ मिटेगा नहीं ये…

है इबादत मुहब्बत

है इबादत मुहब्बत | Hai Ibadat Muhabbat

है इबादत मुहब्बत ( Hai Ibadat Muhabbat ) है इबादत मुहब्बत, मुहब्बत करें शहर में क्यों किसी से अदावत करें मुल्क पर राज करना अलग बात है हो सके तो दिलों पर हुकूमत करें आँच आने न देंगें वतन पर कभी मिल के हम नेकियों की हिदायत करें दोस्तों से कहो आज फिर मुल्क के…

दिखती नहीं | Ghazal Dikhti Nahi

दिखती नहीं | Ghazal Dikhti Nahi

दिखती नहीं ( Ghazal Dikhti Nahi )   ग़ालिबन उनके महल से झोपड़ी दिखती नहीं I इसलिए उनको शहर की मुफ़लिसी दिखती नहीं II लाज़िमी शिकवे शिकायत, ग़ौर तो फरमा ज़रा I आख़िरश उनकी तुम्हे क्यों बेबसी दिखती नहीं I पेट ख़ाली शख्त जेबें पैरहन पैबंद तर I फिर उसे संसार में कुछ दिलकशी दिखती…