Ghazal Akal Nahi Hai

अक्ल नहीं है | Ghazal Akal Nahi Hai

अक्ल नहीं है (Akal Nahi Hai )   अक्ल नहीं है उस जाहिल में खोया दिल उसका ग़ाफ़िल में रब टाल मुसीबत सर पे है जा है मेरी तो मुश्किल में बात छुपा न सनम तू कोई बोल ज़रा जो तेरे दिल में यादों की फुवारे आती है मोज़े उठती जो साहिल में सारे आये…

Ghazal Main Khubsurat Nahi

मैं खूबसूरत नहीं | Ghazal Main Khubsurat Nahi

मैं खूबसूरत नहीं  ( Main Khubsurat Nahi )   कोई मुझे पसंद करे इतना मैं खूबसूरत नहीं ! देखता यहां कोई ज़माने में भली मूरत नहीं ! गोरी घनी सूरत के सब कायल रहे होते सदा, मेरी ज़माने को यहां, कोई जरुरत ही नहीं ! होते वो किस्मत के धनी जिन्हे मिले कोई परी, कोई…

Ghazal Bikhar na Jaoon

बिखर न जाऊँ | Ghazal Bikhar na Jaoon

बिखर न जाऊँ ( Bikhar na Jaun )   तेरा फ़िराक़ है इक मौजे जाँसितां की तरह बिखर न जाऊँ कहीं गर्दे-कारवां की तरह न डस लें मुझको ये तारीक़ियाँ ये सन्नाटे उजाला बन के चले आओ कहकशां की तरह मेरे फ़साने में रंगीनियां ही हैं इतनी सुना रहे हैं इसे लोग दास्तां की तरह…

GHazal Saadgi

सादगी | Ghazal Saadgi

सादगी ( Saadgi )   अब नुमाइश की हुकूमत और हारी सादगी हम को तो हर तौर ले डूबी हमारी सादगी। रंग से खुशबू धनक से फूल जुगनू चांद से दो जहां से ख़ूबसूरत है तुम्हारी सादगी। शख़्स था सादा बहुत वो क्या मगर उसको हुआ जाने उसने छोड़ दी क्यों अपनी सारी सादगी। बज़्म…

Ghazal Jaye Yaro

जाये यारो | Ghazal Jaye Yaro

जाये यारो ( Jaye Yaro ) दिल की सरगोशी मिरी मुझको डराये यारो। हद कि बस याद वही याद क्यूं आये यारो। मुस्तकिल कह दो रहे उससे वो दिल में मेरे और जाना है तो फिर जल्द ही जाये यारो। मुझको मंजूर सज़ा जो वो मुक़र्रर कर दे शर्त बस ये की ख़ता मेरी बताये…

Armaan Baki Hai

अरमान बाकी है | Armaan Baki Hai

अरमान बाकी है ( Armaan Baki Hai )   इक अरसे जो तेरे बगैर चली वो साँस काफी है, बिछड़ कर भी तू मेरा रहा ये एहसास काफी है, सब पूछते हैं कैसे सफ़र किया तन्हा, मैंने कहा ज़िंदा रहने केलिए आख़िरी मुलाकात काफी है, तेरे ख़्याल से ही रौशन रहीं मेरी तन्हाईयाँ सदा, तुझे…

Soch Badalna Hoga

सोच बदलना होगा | Soch Badalna Hoga

सोच बदलना होगा ( Soch Badalna Hoga )   गर समन्दर में रहना है तो तैरना सीखना होगा… मौजों से खेलना है अगर तो उनसा बनना होगा….. पुरानी सोच और सतही तरीके को बदलना होगा…. अब नये तरीकों पर हाथ आज़माना होगा….. काग़ज़ वही रहेगा क़लम भी वही होगा, लफ़्ज़ों का चुनाव मगर बदलना होगा,…

Ghazal Mere Shehar ki

मेरे शहर की नदी जो धार्मिक हो गई | Ghazal Mere Shehar ki

मेरे शहर की नदी जो धार्मिक हो गई ( Mere Shehar ki Nadi jo Dharmik Ho Gai )    प्यास की कहानी और मार्मिक हो गई, मेरे शहर की नदी जो धार्मिक हो गई। फरेब भी निठल्ली नहीं है आजकल, वो सियासत के महल में कार्मिक हो गई। चेहरे की रंगत तो बदली नहीं अभी…

Hum Dil se Hare

हम दिल से हारे | Hum Dil se Hare

हम दिल से हारे ( Hum Dil se Hare )   दुनिया को देखने का अपना नुक़्ता-ए-नज़र है मेरा, मोम के लिए मोम हूँ वरना हर लफ़्ज़ खंजर है मेरा, हम दिल से हारे दिमाग़ करता ना ऐसी बेवकूफ़ियाँ, रिश्ते निभाने की ख़ातिर ज़िंदगी हुआ ज़हर है मेरा, मोहब्बतों की..बेपनाह गुल खिलाने की आरज़ू थी,…

Ghazal Ye Dukhdai Hai

ये दुखदाई है | Ghazal Ye Dukhdai Hai

ये दुखदाई है ( Ye Dukhdai Hai )   आसमां छूती मेरे मुल्क़ में मँहगाई है मुफ़लिसों के लिए अब दौर ये दुखदाई है सींचते ख़ून पसीने से वो खेती अपनी उन किसानों के भले पाँव में बेवाई है साँस लेना हुआ दुश्वार तेरी दुनिया में अब तो पैसों में यहाँ बिक रही पुरवाई है…