मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं

मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं | Ruthana shayari

मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं     मोड़कर मुंह यूं चलना नहीं रूठना तेरा अच्छा नहीं     शहर से उसके आया जब से दिल कहीं और लगता नहीं   देखता हूं जिसके प्यार का  वो ही करता इशारा नहीं   छेड़ देता उसका जिक्र जो जख़्म दिल का भरता नहीं   खो गया जो…

Ghazal mangne jao

मांगने जाओ तो क्या क्या नहीं मांगा जाता | Ghazal mangne jao

मांगने जाओ तो क्या क्या नहीं मांगा जाता ( Mangne jao to kya kya nahi manga jata )     मांगने जाओ तो क्या क्या नहीं मांगा जाता पर कभी तेरे अलावा नहीं मांगा जाता   आसमाने किसी तारीफ की मुहताज नहीं आसमानों से हवाला नहीं मांगा जाता    मांगने के भी कुछ आदाब हुआ…

टूटे दिल को ख़ुदा अब मेरे करार आये !

टूटे दिल को ख़ुदा अब मेरे करार आये | Toote dil shayari

टूटे दिल को ख़ुदा अब मेरे करार आये !  ( Toote dil ko khuda ab mere karar aaye )     टूटे दिल को ख़ुदा अब मेरे करार आये! अब जीस्त में ख़ुशी की ऐसी बहार आये   हट जाये अब गमों के ही अब्र ए ख़ुदा ये बरसात फूलों की मुझपे ही बेशुमार आये…

ग़म से कभी मैं यूं ही, परेशान नहीं होता 

ग़म से कभी मैं यूं ही, परेशान नहीं होता | Gam shayari

ग़म से कभी मैं यूं ही, परेशान नहीं होता  ( Gam se kabhi main yun hi, pareshan nahi hota )     दिल जो कि ख़ुशी से मेरा, वीरान नहीं होता, ग़म से कभी मैं यूं ही, परेशान नहीं होता   इबादत अगर जो करते, तुम सब ही ए लोगों, नाराज़ फिर सभी से वो,…

हम पर तो आफत पे आफत है

आफत पे आफत | Aafat shayari

आफत पे आफत  ( Aafat pe aafat )     जो आन ही पड़ा था सो खामोसी से आ गया होता जाने वालो को किसका इन्तिज़ार, जा लिया होता   हम पर तो आफत पे आफत है, और सब क़ुबूल है क्या होता अगर सजदा को सर ही ना दिया होता   बात कभी किसी…

इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है !

इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है | Patthar dil shayari

इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है ! ( Itna bada patthar dil nahin hai )     इतना बड़ा पत्थर दिल नहीं है! आज़म वफ़ा का क़ातिल नहीं है   जिसनें क़सम खायी साथ दूंगा वो आज दुख में शामिल नहीं है   समझें नहीं  जो मेरे वफ़ा को वो प्यार के ही क़ाबिल नहीं…

बेवफ़ा का ग़म नहीं करना कभी

बेवफ़ा का ग़म नहीं करना कभी | Bewafa ghazal

बेवफ़ा का ग़म नहीं करना कभी ( Bewafa ka gham nahi karna kabhi )     ग़म का तू आलम नहीं करना कभी! प्यार दिल से कम नहीं करना कभी   भूल जाना तू उसे दिल से सदा बेवफ़ा का ग़म नहीं करना कभी   दोस्त सच्चा जो हुआ तेरा नहीं तू उसका मातम नहीं…

सब चलो मस्जिद

सब चलो मस्जिद | Sab chalo masjid | Poem on Masjid

 सब चलो मस्जिद ! ( Sab chalo masjid ) ये यारों आओ सब चलो मस्जिद ! सब नमाजें पढ़ लो मिलो मस्जिद   रोज पढ़कर नमाज ए  लोगों दीन से हर  रोशन करो मस्जिद   बैठकर सुन लो दीन की बातें ए यारों  खाली मत रखो मस्जिद   माफ़ वो रब गुनाह कर देगा रोज़…

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें | Khat shayari

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें ! ( Sanam khat ka jawab de )   सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें! मुहब्बत का तू वो गुलाब दें   छोड़ो भी ये नाराज़गी मगर लब पे मुस्कुराहट ज़नाब दें   न दें बेवफ़ाई की यादें तू वफ़ा की कभी तो क़िताब दें   यहां वरना बदनाम…

इन्तिज़ार से थका लौटकर फिलहाल में आ चूका हूँ

इन्तिज़ार से थका लौटकर | Nazm shayari

इन्तिज़ार से थका लौटकर  ( Intazaar se thaka lautkar )      इन्तिज़ार से थका लौटकर फिलहाल में आ चूका हूँ किसीको अनदेखा कर किसीके विशाल में आ चूका हूँ   ये दास्ताँ कभी ख़त्म नहीं होगा और यह कमाल होगा कई बार ना जाने कितनो के ख्याल में आ चूका हूँ   नया नहीं…