Teri yad shayari

उसकी ही देखी राहें है | Teri yad shayari

उसकी ही देखी राहें है ( Uski hi dekhi rahen hai )     उसकी ही देखी राहें है काटी यादों में रातें है   यूं भूल नहीं पाया उसको याद बहुत आती बातें है   ख़ंजर मारा ऐसा दग़ा का निकली दिल से आहें है   देख उतारुं क्या वो सदका मख़मूर दग़ा जो…

Bahar shayari

अब गुलों की बहार हो जाये | Bahar shayari

अब गुलों की बहार हो जाये ( Ab gulon ki bahar ho jaye )     अब गुलों की बहार हो जाये? टूटे  दिल को क़रार हो जाये   तू मिला है मुझे बहुत दिन में जाम इक आज यार हो जाये   मुंह चढ़ाना बहुत हुआ देखो प्यार अब तो इक़रार हो जाये  …

Pyar wali ghazal

तू प्यार की हमेशा दिल में चाह कर | Pyar wali ghazal

तू प्यार की हमेशा दिल में चाह कर ? ( Tu pyar ki hamesha dil mein chah kar )     तू प्यार की हमेशा दिल में चाह कर ? नफ़रत की यूं न दिल में तू पनाह कर   तू डोर तोड़ मत रिश्तें वफ़ा भरी तू रिश्तें में वफ़ा से ही निबाह कर…

Husn shayari

हुस्न के खिलते से चेहरे | Husn shayari

हुस्न के खिलते से चेहरे ( Husn ke khilte se chehre )     हुस्न के खिलते से चेहरे के लिए ! फूल भेजे ख़ूब रिश्तें के लिए   प्यार की दे आया हूँ मैं क़िताब वो नर्म उसके आज लहजे के लिए   दर्द दिल में ही लिए वो हिज्र का छोड़ दिया घर…

Ghazal mere darmiyan

मेरे दरमियाँ | Ghazal mere darmiyan

मेरे दरमियाँ ( Mere darmiyan )     कहाँ वो बैठा मेरे दरमियाँ  और उसी से मैं करता बातें बयाँ और   नहीं पहली थमी है यादों की टीस लगी है ख़ूब मुझको हिचकियाँ और   वफ़ाओ में नहीं कर तू दग़ा यूं सनम मेरे यहाँ देखो मकाँ और   मिली राहत ग़मों से क्या…

Ghazal aatishbajiyan

चल रहीं थीं वहां आतिशबजियाँ | Ghazal aatishbajiyan

चल रहीं थीं वहां आतिशबजियाँ ( Chal rahi thi wahan aatishbajiyan )   चल रहीं थीं वहाँ आतिश बाजियाँ, लोग सब समझे सवेरा हो गया घर से निकले तो हुये हैरान जब, सिर्फ कुछ पल में अन्धेरा हो गया !!   गली, कूचे, गाँव, कस्बे और शहर, पूछते थे आँखों आँखों में सवाल जिसके आने…

Samjha rahe samajhdari se

समझा रहा समझदारी से | Ghazal

समझा रहा समझदारी से ( Samjha rahe samajhdari se )   समझा रहा समझदारी से, साकी यह मयखाने में ! गांधीजी का ध्यान रखो सब,पीने और पिलाने में !!१   सही और असली ‘गांधी’ हो, तब पा सकते हर सुविधा कड़ी सजाऍं होंगी नकली- गांधी के मिल जाने में !!२   सुनकर स्वर विरोध के…

Ghazal khuda aur muhabbat

ख़ुदा और मुहब्बत | Ghazal khuda aur muhabbat

ख़ुदा और मुहब्बत ( Khuda aur muhabbat )     आ ज़रा मिलनें मुझे बस एक लम्हे के लिए! आ निभाने आज तू अब हर उस वादे के लिए   हां करेगा वो मुराद पूरी दिल की  अल्लाह सब तू बना दे रोठी उस दरवेश भूखे के लिए   बात हो उससे मुहब्बत की सकूं…

Dhoondne se kahin nahin milti

ढ़ूढ़ने से कही नहीं मिलती | Dhoondne se kahin nahin milti

ढ़ूढ़ने से कही नहीं मिलती ( Dhoondne se kahin nahin milti )     ढ़ूढ़ने से कही नहीं मिलती! ऐ ख़ुदा अब ख़ुशी नहीं मिलती   उम्रभर साथ दे वफ़ाओ से कोई ऐसी दोस्ती नहीं मिलती   रह गया है फ़रेब आंखों में अब सच्ची आशिक़ी नहीं मिलती   टूटे दिल को क़रार आये कुछ…

Poem khafa

खूब रहते अपने ख़फ़ा घर में | Poem khafa

खूब रहते अपने ख़फ़ा घर में ( Khoob rahte apne khafa ghar mein )   ख़ूब रहते अपनें ख़फ़ा घर में ! अपनों की सहते है जफ़ा घर में   और तो झूठे है दिखाता सच आइना जो मेरे लगा घर में   ग़म दिल में अश्क़ है निगाहों में प्यार कब अपनों से मिला…