Ghazal guftagoo

यार उससे भला गुफ़्तगू क्या करे | Ghazal guftagoo

यार उससे भला गुफ़्तगू क्या करे ( Yaar usse bhala guftagoo kya kare )     यार उससे भला गुफ़्तगू क्या करे छोड़ो भी यार अब तू मैं तू क्या करे   वो बनेगा हक़ीक़त में मेरा नहीं प्यार की दिल जिसकी आरजू क्या करे   के  मिलेगी वफ़ा दोस्ती में नहीं अब वफ़ा की…

kinaro se puchho

किनारों से पूछो | kinaro se puchho

किनारों से पूछो ( Kinaro se puchho )   फिजाओं का आलम बहारों से पूछो। दुल्हन की कहानी, कहारों से पूछो।।   कैसे खड़ी है जमाने की सुनकर, मंजिल जहाँ में, सहारों से पूछो।।   तूफाँ में कश्ती हिलोरें से जो लेवे न चलने का गम, किनारों से पूछो।।   ना चाहा था तुमको देखेंगे…

Ghazal na khushiyan mili

न खुशियां मिली | Ghazal na khushiyan mili

न खुशियां मिली ( Na khushiyan mili )     न खुशियां मिली आस पास में कटे रोज़ दिन अब उदास में   बुझा प्यास रब भेज कोई अब मुहब्बत कि जिस डूबा प्यास में   दिखाते वही दुश्मनी मुझे देखे बैठे पास पास में   न पीने कि वो दे गया क़सम भरा जाम…

Ghazal kamee dil mein tumhari

कमी दिल में तुम्हारी | Ghazal kamee dil mein tumhari

कमी दिल में तुम्हारी ( Kamee dil mein tumhari )   कमी दिल में तुम्हारी ही  यहाँ हो सनम मेरे चले आओ जहाँ हो   ख़ुशी के फूल क्या मुझपर बरसेंगे यहाँ  तो रोज़ ग़म की ही ख़िज़ाँ हो   ख़फ़ा होकर वही बैठा बहुत है यहाँ जिसकी यादें दिल में रवाँ हो   तुम्हारे…

Ghazal pyar se iqrar

प्यार से इक़रार किया रिश्ता नहीं | Ghazal pyar se iqrar

प्यार से इक़रार किया रिश्ता नहीं! ( Pyar se iqrar kiya rishta nahi )     प्यार से इक़रार किया रिश्ता नहीं!  हम सफ़र वो ही बना मेरा नहीं   देखिए किस बात का उसको गरूर प्यार वो इक़रार क्यों करता नहीं   टूटे रिश्तें फ़िर नहीं जुड़ते कभी रूठना यूं ही मगर अच्छा नहीं…

इज्जत बहुत गुलाब को

इज्जत बहुत गुलाब को, दी हमको सिर्फ धूल | Ghazal

इज्जत बहुत गुलाब को, दी हमको सिर्फ धूल ( Izzat bahut gulab ko, di humko sirf dhool )   इज्जत बहुत गुलाब को, दी हमको सिर्फ धूल ! करने को फिर शिकायतें , आये हैं कुछ बबूल !!   रब से अता उस जैसे ‌ ही, काॅंटे हमारे पास ! क्यों वो है दिलफरेब पै,…

Ghazal gali uski

गली उसकी बहुत पहरा रहा है | Ghazal gali uski

गली उसकी बहुत पहरा रहा है ( Gali uski bahot pahra raha hai )     गली उसकी बहुत पहरा रहा है यहाँ माहौल कुछ ऐसा रहा है   बढ़ी है  इसलिए दूरी उसी से उसी का नर्म कब लहज़ा रहा है   दवाई ले नहीं पाया मगर यूं नहीं कल जेब में पैसा रहा…

Ghazal kami dil mein

कमी दिल में | Ghazal kami dil mein

कमी दिल में ( Kami dil mein )     कमी दिल में तुम्हारी ही यहाँ हो सनम मेरे चले आओ जहाँ हो   ख़ुशी के फूल क्या मुझपर बरसेंगे यहाँ  तो रोज़ ग़म की ही ख़िज़ाँ हो   ख़फ़ा होकर वही बैठा बहुत है यहाँ जिसकी यादें दिल में रवाँ हो   तुम्हारे बिन…

Ghazal mushkilon mein

मुश्किलों में | Ghazal mushkilon mein

मुश्किलों में हर पल ही ये वुजूद रहता है ( Mushkilon mein har pal hai ye wajood rahata hai )     मुश्किलों में हर पल ही ये वुजूद रहता है दर्द शाइरी में दिल का नूमूद रहता है   रास्ता नहीं आता है नजर ख़ुशी कोई सच कहूँ यहाँ ग़म का ख़ूब  दूद रहता…

किया था प्यार

किया था प्यार | Ghazal kiya tha pyar

किया था प्यार ( Kiya tha pyar )   किया था प्यार मगर हमनें जताया ही नही। वो कैसे जानती जो हमने बताया ही नही। रहा अफसोस हमेशा ही से ये दिल मे मेरे, क्यों ये जज्बात मेरे दिल के दिखाया ही नही।   2. नयन आँधी और तुफान बसा है, दो नयनों के अन्दर।…