ख्वाब टूटे कभी तो अरमान का पता चले

Urdu Poetry | Ghazal -ख्वाब टूटे कभी तो अरमान का पता चले

ख्वाब टूटे कभी तो अरमान का पता चले ( Khawab Tute Kabhi To Armaan Ka Pata Chale )     ख्वाब टूटे कभी तो अरमान का पता चले मुझे आँख लगे जो तूफ़ान का पता चले   ए-शराब में तुझे कुछ इस तरह से पीता हूँ मदहोश भी रहूँ तो मकान का पता चले  …

हर घड़ी मिलता रहे दीदार तेरा

Romantic Ghazal | Love Ghazal | हर घड़ी मिलता रहे दीदार तेरा

हर घड़ी मिलता रहे दीदार तेरा (Har Ghadi Milata Rahe Didar Tera)     हर घड़ी मिलता रहे दीदार तेरा जिंदगी को चाहिए बस प्यार तेरा   सोचता हूँ मैं तुझे बाँहों में भर लूँ खींचता है दिल को ये श्रॄंगार तेरा   ढ़ूंढ़ता है हर जगह ये बस तुझे ही मेरा दिल है इस…

उस गली से रोज़ ही मुझको गुजरना है सदा

Romantic Ghazal -उस गली से रोज़ ही मुझको गुजरना है सदा

उस गली से रोज़ ही मुझको गुजरना है सदा   ( Us Gali Se Roj Hi Mujhako Gujarna Hai Sada )     उस गली से रोज़ ही मुझको गुजरना है सदा उम्रभर उसके बिना आज़म तड़पना है सदा   साथ उसके माजरा ऐसा हुआ है प्यार में सच कहूँ मैं अब मुझे उससे बिछड़ना…

ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी , मैं गिरूँ न दिल के मक़ाम से

ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी | Ai Khuda

ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी ( Ai Khuda Yahi Hai Dua Meri )     ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी , मैं गिरूँ न दिल के मक़ाम से मेरी  जिंदगी  को  नवाज़  दे तू मुहब्बतों  के  इनाम  से   ये हयात देख महक रही ,मेरी शायरी भी चमक रही “तेरे ज़िक्र से ,तेरी…

तुझसे जब तलक़ मुहब्बत करते रहे हम

Romantic Ghazal -तुझसे जब तलक़ मुहब्बत करते रहे हम

तुझसे जब तलक़ मुहब्बत करते रहे हम   ( Tujhse Jab Talaq Muhabbat Karte Rahe Ham )   तुझसे जब तलक़ मुहब्बत करते रहे हम बड़े सलीके से इबादत करते रहे हम   मंजूर-ए-खुदा है इश्क़, किया जाए इस बात पर सदा बगावत करते रहे हम   उसको रास्तों पर जब जब भी देखा हमने…

Dil Tod Kar Dil lagana Bura Hai

Ghazal On LIfe -दिल तोड़ कर दिल लगाना बुरा है

दिल तोड़ कर दिल लगाना बुरा है   ( Dil Tod Kar Dil lagana Bura Hai )     दिल तोड़ कर दिल लगाना बुरा है! नज़र से नज़र फिर मिलाना बुरा है!!    रखी हुई चीज़ कोई उठाना बुरा है! अमानत किसी की ले आना बुरा है!   वक़्त की नज़ाकत है फासले रक्खो,…

जीस्त तन्हाई की सहेली है!

Hindi Poetry On Life -जीस्त तन्हाई की सहेली है!

जीस्त तन्हाई की सहेली है! ( Jeest Tanhai Ki Saheli Hai )   जीस्त तन्हाई की सहेली है! कट रही जिंदगी अकेली है   नफ़रतों की बू कम नहीं होती देखो फ़िर भी खिली चमेली है   जो सुलझती नहीं बातें दिल की  बन गयी वो  उल्फ़त पहेली है   दोस्ती के टूटे है वो…

उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे

Love Shayari -उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे

उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे   ( Ulfat Ki Sardi Lag Gayee Hai Mujhe )     उल्फ़त की सर्दी लग गयी है मुझे! अब महसूस वो हो रही है मुझे   न जाने हवायें ये  कैसी चली किसी की अब दीवानगी है मुझे   करे है जो तल्ख़े ज़बां रात दिन उसी…

खिल रहा वो फ़ूल गुलाब का

Ghazal By Aazam Nayyar -खिल रहा वो फ़ूल गुलाब का

खिल रहा वो फ़ूल गुलाब का ( Khil Raha Wo Phool Gulab Ka )     खिल रहा वो  फ़ूल गुलाब का ! हुस्न हो जैसे आफ़ताब का   इक खिला फ़ूल वो देखकर याद आया चेहरा ज़नाब का   हाँ बुरा सी  लगेगी नजर कर ले तू ये चेहरा हिजाब का   प्यार का…

वहां पर कब भला मिलता है सच्चा प्यार जीवन में

Hindi Poetry On Life -वहां पर कब भला मिलता है सच्चा प्यार जीवन में

वहां पर कब भला मिलता है सच्चा प्यार जीवन में (Wahan Par Kab Bhala Milta Hai Sacha Pyar Jeevan Mein )     वहां पर कब भला मिलता है सच्चा प्यार जीवन में। जहां उम्मीद होती है सभी को यार जीवन में।।   हमेशा गुल नहीं मिलते डगर कोई चुनो बेशक। मिलेंगे हर कदम तुम…