कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें
कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें न यूं बेरुख़ी तू ज़नाब दें किसी की लगेगी बुरी नज़र सनम चेहरे को तू हिजाब दें न कर तू मुझे अजनबी मगर सनम प्यार का तू गुलाब दें वफ़ा में दिये है मुझे तूने ग़मों…
कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें न यूं बेरुख़ी तू ज़नाब दें किसी की लगेगी बुरी नज़र सनम चेहरे को तू हिजाब दें न कर तू मुझे अजनबी मगर सनम प्यार का तू गुलाब दें वफ़ा में दिये है मुझे तूने ग़मों…
हमसे पूछो न कि हुआ क्या है हमसे पूछो न कि हुआ क्या है, दर्दे दिल की मेरे दवा क्या है।। तंग जेबों में ढूंढ़ने वालों, तुमको मालूम है कहां क्या है।। आज ही शुक्रिया कहूं उसका, कल की सांसों का भरोसा क्या है।। घोंटकर मेरी ख्वाहिशों का गला, पूछता है मेरी रजा़ क्या…
होना है जो होकर रहता होना है जो होकर रहता। सारा अनुभव ही ये कहता।। आज नहीं तो कल मिलना है। फल कर्मों का मिल के रहता।। बदनामी से बचकर रहना। नेक- बशर की जग में महता।। आखिर उसके दिन बदले है। तकलीफें जो हँस कर सहता।। हरपल सबको…
वादियों में गुलाब ढूंढ़ू मैं ( Wadiyon mein gulab dhoondu main ) वादियों में गुलाब ढूंढ़ू मैं ! वो हंसी सा शबाब ढूंढ़ू मैं भूलने को यादें किसी की जो हर गली में शराब ढूंढ़ू मैं दें वफ़ा जो सदा मुहब्बत में कोई ऐसा ज़नाब ढूंढ़ू मैं दें हंसी जो…
जिन्दगी ही जब मुतलक हो जाये ( Zindagi hi jab mutlak ho jaaye ) जिन्दगी ही जब मुतलक हो जाये खुद को कोई तब कैसे बचाये की कह देते थे जिन्हें हर बात वही आँख चुराये तो किसको बताये यूं काट लेते है कई, तन्हा जिन्दगी कहाँ जाये गर अपनी परछाई…
वो दुश्मन वाली बात न कर ( Wo dushman wali baat na kar ) वो दुश्मन वाली बात न कर। तू छुप-छुपके यूं घात न कर।। नफ़रत दूर हटा सब दिल से। जँग जैसे हालात न कर।। टूटा – फूटा दिल है मेरा। तू भी इस पर आघात न कर।। …
जिंदगी में कोई ऐसा मेरी दामन भेज दें ( Zindagi mein koi aisa mere daman bhej den ) जिंदगी में कोई ऐसा मेरी दामन भेज दें उम्रभर के ही लिये ही ऐसी दुल्हन भेज दें ख़ुशबू से जिसकी मेरा आंगन ख़ुशी से ही महके जिंदगी में कोई ऐसा ए रब गुलशन भेज दें…
जीवन में जब भी चैन मिले ( Jeevan mein jab bhi chain mile ) जीवन में जब भी चैन मिले। हर बार छलकते नैन मिले।। आराम मिटाने जीवन का। हरदम ही वो बेचैन मिले।। टूट चुका है नाजुक दिल ये। जुल्मो-सितम दिन-रैन मिले।। पत्थर दिल को छलनी कर दे। नित…
चैन दिल को ज़रा अब ख़ुदा भेज दें चैन दिल को ज़रा अब ख़ुदा भेज दें जख़्मों की मेरे ही तू दवा भेज दें जी लिया हूँ दुखों में बहुत दिन मगर जीस्त में रब ख़ुशी की हवा भेज दें प्यार हो दोस्ती हो सनम हो ख़ुशी जीस्त में रब ऐसा…
बेरुख़ी दिल से ज़रा ये छोड़िए भी बात जो इजहार हमसे कीजिए भी! बेरुख़ी दिल से ज़रा ये छोड़िए भी यूं न हमको सनम नजरें अंदाज करो की हमारे बारे में सनम सोचिए भी यूं न आंखें दिखाओ नजाकत भरी प्यार की हमको नजरों से देखिए भी जोड़लो रिश्ता हमेशा…