चांद से भी मुकाबला होगा

( Chand se bhi muqabla hoga ) 

 

तज़किरा उनका जब चला होगा
चांद से भी मुकाबला होगा।

ज़िक़्र छिड़ने पे उस सितमगर के
जाने कितनों का दिल जला होगा।

कौन वो खुशनसीब है ऐसा
जिसको उसने नहीं छला होगा।

अब भरोसा नहीं रहा ख़ुद पर
और नुकसान क्या भला होगा।

सोचती हूं मुझे गवां करके
हाथ उसने भी तो मला होगा।

इश्क़ की राह में चला जो भी
उसके पैरों में आबला होगा।

मत दुखाना कभी किसी का दिल
पेश ऊपर ये मामला होगा।

कौन ऐसा ज़रा बताओ जो
वक़्त के साथ ना ढला होगा।

जिनकी आंखें नयन हॅंसा करतीं
उनका ग़म दिल में ही पला होगा।

 

सीमा पाण्डेय ‘नयन’
देवरिया  ( उत्तर प्रदेश )

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