छपरा में का # बा# ?
छपरा में का # बा# ?

छपरा में का बा ? 

( Chapra me ka ba )

तीन तीन गो बावे नदिया-
बावे तीन तीन गो कारखाना!
फिर भी भैय्या लड़िकन के नइखे-
कवनो रोजगार के ठिकाना।
कारखाना बा# त# का# ह#?
उ नइखे कवनो काम के,
सब कर्मचारी बाड़न ओहमें –
दोसरे दोसरे धाम के।
का# बा# !
छपरा में का# बा?
पढ़ लिखके बबुआ सब-
बैइठल बाड़न सन बेकार हो,
कारखाना भइलो पर भी ना इनके मिलल-
एगो रोजगार हो!
तीन तीन गो मुख्यमंत्री देहलस,
ढ़ंग से सुधि एकर केहू ना लेहलस।
बाढ़ बेकारी भूखमरी लाचारी,
सालन साल से एही बेमारी;
चाचा चाची युवा किसान-
गुहार लगाई के हारी।
जबले लोकल बचवा के ना रोजगार मिली
जइबे नू करी ऊ पंजाब आ दिल्ली!
उंहा के हाल सभे जानत बा,
ठीकेदार दिन रात खटावत बा#।
तनख्वाह के नाम पर मिले मजूरी,
ओहपर से करी ओकर जी हुजूरी।
तब उनकर इ पेट पलेला,
ओही में से बचाके ललनवा घरहूं भेजेला।
तब चलेला घर परिवार,
मिलेला हमके दाल नून रोटी अचार।
एही तरे कटे जिनिगिया,
रात रात न आवे निनिया।
हरदम मनवा रहे डेराईल हो,
हमरा बबुआ के कुछ ना हो जाए हो।
व्यापारी सब के हाल उहे बा,
बिक्री बट्टा मंद पड़ल पा।
इनकर माल सब डंप लगल बा,
ओहपर जीएसटी के डंक बढ़ल बा।
आयकर के बा एगो बड़का झंझट,
धंधा सबका भइल बा चौपट।
ना भइल गंऊए के विकास,
नाहीं छपरा शहरिए बनल कवनो खास!
जेन्ने तेन्ने गंदगी बा पसरल,
जबसे छपरा नगर निगम बा बनल!
सड़के बहे नलिया के पानी,
घुटना भर हेल के आनी जानी;
का बरसात , का जाड़ा ह#
सालों साल के एही कहानी।
आवत जात आवे याद नानी,
तबो ना सुने सरकार ई कानी!
का? बा#
छपरा में का# बा#?
दिन भर रोडवा जाम रहेला
ट्राफिक सिस्टम नाकाम रहेला!
रेंगत रेंगत सरके गाड़ी,
बीच राह छुटे रेलगाड़ी।
का# बा?
छपरा में का# बा?
मार पीट आउर छीन झपट,
थाना में नाहीं रिपोर्ट लिखत!
होस्पीटल ना आवे डाक्टर,
गेटे से कर देवें रेफर।
घरे घरे दारू पहुंच# जाता!
मद्यनिषेध के का# बा # फायदा?
नाम ला पियक्कड़ पकड़ाए,
कारोबारी सब साफ बच जाए‌।
मिलीभगत बा?
डीजीपी भी कहत बा!
सज्जन के अपराधी डपटत बा,
डर डर के ऊ जीयत मरत बा!
का # बा?
छपरा में का# बा?
जवन कहानी छपरा के बावे,
उहे बावे बिहार के।
जादे कवनो फर्क ना मिली?
इहे होई संसार के!

🌸

मेरी कविता मेरे स्वर ( छपरा में का# बा?)

नवाब मंजूर

लेखकमो.मंजूर आलम उर्फ नवाब मंजूर

सलेमपुर, छपरा, बिहार ।

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1 COMMENT

  1. गजेन्द्र प्रसाद चौरसिया, नयागांव, छपरा बिहार गजेन्द्र प्रसाद चौरसिया, नयागांव, छपरा बिहार

    मन में ख्याल आया कि गूगल पर सर्च किया
    छपरा में का बा
    बाकी छपरा के नाम पर अश्लील गाना के भरमार मिला
    मन दुखित हुआ फिर थोड़ा और खोजबीन किया यह एक व्यंग्य गीत मिला…. छपरा में का बा?
    छपरा की आम जनता की समस्या पर ध्यान दिया गया था।
    इसके लिए लेखक महोदय जी को बहुत बहुत धन्यवाद।

    एक सार्थक प्रयास और करे।
    छपरा में का बा?
    लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी जन्मभूमि, भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर के जन्म भूमि,
    महेंद्र सिंह मिश्र के गीत बा छपरा में ई बा।
    दिघवारा में अंबिका भवानी, सोनपुर में प्रसिद्ध हरिहरनाथ और हरिहर क्षेत्र मेला बा।
    छपरा में ई बा।
    इस तरह का लेखन करे।
    जो देश विदेश में छपरा का नाम में चार चांद लग जाए।
    आपके साहित्य रचना के लिए पुनः बहुत बहुत धन्यवाद।
    गजेन्द्र प्रसाद चौरसिया, नयागांव, छपरा, बिहार

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