दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा

Ghazal Dil Mein Mere | दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा

दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा

( Dil Mein Mere Is Kadar Ehsaas Tera )

 

दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा।
हर जगह अब हो रहा आभास तेरा।।

 

दिल बहलता ही नहीं तस्वीर से अब।
हमको  भी  दीदार होता काश तेरा।।

 

रोज  करते  हो नए तुम तो बहाने।
कैसे आए फिर भला विश्वास तेरा।।

 

जान  लेता  बात  हूं  मैं तेरे दिल की।
दिल हमेशा मेरे दिल के पास तेरा।।

 

सादगी भी कम नहीं थी तेरी कातिल।
भा  गया  अब  रूप ये बिंदास तेरा।।

 

ग़र करोगे साफ दिल से काम हरदम।
क्यूं  सफल  होगा  नहीं  प्रयास तेरा।।

 

हम तो है मासूम बस्ती न्यारी कर दो।
ये जहां कब आया हमको रास तेरा।।

 

जीना मुश्किल हो गया है सबका अब तो।
मंहगाई   अब   हो  सत्यानाश   तेरा।।

कवि व शायर: Ⓜ मुनीश कुमार “कुमार”
(हिंदी लैक्चरर )
GSS School ढाठरथ
जींद (हरियाणा)

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