ईवीएम मशीन दुखियारी

बिना बात के ही हैं कोसी जाती ,
फिर भी चुपचाप सब सह जाती
मशीन हैं इसलिए कुछ न कह पाती
झूठे सारे आरोप ये दुनिया लगती ।।

यही ईवीएम जब किसी पक्ष को जीताती
तो उस पक्ष की ये फिर सगी बन जाती
वही विपक्ष से तब ये खाती हैं गाली
झूठे परिणाम बताने वाली ये कहलाती ।।

ईवीएम मशीन काश बोल पाती
असहमति जताते हैं जो भी यहां
उन पर ये भेद ये सारे खोल पाती
हाय रे ईवीएम मशीन दुखियारी।।

जीत जाने पर ये सही हो जाती ,
परिणाम जो आए न हक में तो गलत हो जाती
अपने ही दिमाग की लगाते सब चाबी
कम बोट मिलने पर ये नकली हो जाती ।।

आज यदी कह पाती तो सबको बताती ,
इसकी निष्कपट भावना यह बतलाती
जिसका बटन दबाया होगा वोट उसी ने पाया होगा
यही बस में कहना चाहती ईवीएम मशीन दुखियारी।।

आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका)
ग्वालियर – मध्य प्रदेश

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