होता वही भगवान को जो मंजूर
होता वही भगवान को जो मंजूर
होता वही है, हे भगवान!
जो मंजूर आपको होता है।
किसी के कुछ भी चाहने से,
किसी के ना कुछ चाहने से,
क्या होता है?
होता वही है, हे भगवान !
जो मंजूर आपको होता है।
हे सर्वेश्वर ! हे सर्वशक्तिमान!
हे सर्व समर्थवान !
हे पालनहार !सब जग नियंता,
कुछ करने का मजाल कहां,
किसी का होता है।
होता वही है, हे भगवन!
जो मंजूर आपको होता है।
चराचर स्वामी ,अंतर्यामी!
नेति – नेति कह सब आपके गुण गाते हैं।
दया पात्र सब जीव सृष्टि में,
आपके हाथों में ही डोर होता है।
होता वही है, हे भगवान!
जो मंजूर आपको होता है।
आपकी मर्जी के आगे,
सब है खड़े कर जोड़े,
शीश अपना झुकाए।
कृतार्थ वही है , द्रवित हृदय प्रभु,
जिस पर आपका होता है।
होता वही है ,हे भगवान!
जो मंजूर आपको होता है।
रचयिता – श्रीमती सुमा मण्डल
वार्ड क्रमांक 14 पी व्ही 116
नगर पंचायत पखांजूर
जिला कांकेर छत्तीसगढ़