![जीवन एक संगीत](https://thesahitya.com/wp-content/uploads/2024/06/जीवन-एक-संगीत-696x464.jpg)
जीवन एक संगीत
( Jeevan ek Sangeet )
प्रकृति की कण-कण में है संगीत।
जीवन के हर क्षण क्षण में है संगीत।
वर्षा की गिरती बूंदों में संगीत।
बादलों की गर्जनों में संगीत।
सर सर बहती हवाओं में संगीत।
साज और सुरों के बिना सुना है संसार।
मधुर स्वर बहती बांसुरी और सितार में संगीत।
वीणा, वाद्य ,घुंघरूओ की झंकार में संगीत।
पर्वत गाते ,धरती गाती,लहलहाती फसले गाती।
कल कल बहती नदिया गाती।
कोयल की मधुर तान, पक्षियों की चहचहाहट में संगीत।
झर-झर बहते झरने में संगीत।
नब्जों में बहते रक्त स्पंदन में संगीत।
धक-धक करती धड़कनों में संगीत।
सावन की फुहारों में फिजाओं में बहारों में संगीत।
खिल खिलाती मुस्कान हर चेहरे की रौनक है संगीत।
लता सेन
इंदौर ( मध्य प्रदेश )