मैं स्वाभिमान हूं | Kavita Main Swabhimaan Hoon
मैं स्वाभिमान हूं
( Main Swabhimaan Hoon )
मैं हर जगह दिखता नहीं हूं
क्योंकि मैं बाजारों में बिकता नहीं हूं
मैं कभी अभिमानी के साथ में टिकता नहीं हूं
मैं स्वाभिमान हूं
मैं हर व्यक्ति में होता नहीं हूं
मुझे ढूंढना इतना आसान नहीं है,
क्योंकि मैं इतनी आसानी से मिलता नहीं हूं
मैं कभी अभिमानी के साथ टिकता नहीं हूं
मैं स्वाभिमान हूं
अगर स्त्री ने मुझे ढूंढ लिया तो,
उसे सहनशील ,वीरांगना दुर्गा काली रूप दिया है
कभी अत्याचार होने नहीं देता उस पर,
उसे सही गलत के लिए लड़ना सिखा दिया है
मैं कभी अभिमानी के साथ टिकता नहीं हूं
मैं स्वाभिमान हूं
अगर बचपन में मुझे ढूंढ लिया तो
बचपन से ही धैर्यवान और बुद्धिमान बना देता हूं मैं
अगर बच्चे हो तो ढूंढे मुझे, एक बालक को विवेकानंद अंबेडकर सुभाष चंद्र बोस बना देता हूं मैं
मैं कभी अभिमानी के साथ टिकता नहीं हूं
लता सेन
इंदौर ( मध्य प्रदेश )