याद सताए तेरी सोन चिरैया | Kavita
याद सताए तेरी सोन चिरैया
( Yad Sataye Teri Son Chiraiya )
( Yad Sataye Teri Son Chiraiya )
रोटी कपड़ा और मकान ( Roti Kapada Aur Makaan ) उस अमीर आदमी की अकूत दौलत का पहाड़ दो कौड़ी है उस भूख से बिलखते अधनंगे बच्चे की नजर में जिसकी मां ने उससे पहले दम तोड़ दिया उसको जिंदा रखने की चाह में अपना खून चुसवाते चुसवाते अपने भूखे बदन और सूखे स्तन से…
बाल-गोपाल नन्द के लाल ( Bal-Gopal Nand Ke Lal ) बाल- गोपाल बाबा नन्द के लाल, कर दो कन्हैया फिर ऐसा कमाल। जग मे रहें ना कोई दुःखी इन्सान, जीवन बने यह सब का खुशहाल।। सारे जगत के हो आप पालनहार, भवसागर से करते है सबको पार। बिन कृष्णा नाम के जीवन बेकार, तुम्हारी…
वो हिमालय बन बैठे ( Wo himalaya ban baithe ) वो गुणी विद्वान हुये सब व्यस्त हो गए। हम बालक नादान थे बड़े मस्त हो गए। बड़ी ऊंची चीज वो उड़ते आसमानों में। हम मुकाबला करते आंधी तूफानों से। सात पीढ़ियों का जुगाड़ वो करते चले गए। प्यार के मोती से…
आज यहां उल्फ़त की टूटी डाली है ( Aaj yahan ulfat ki tuti dali hai ) आज यहां उल्फ़त की टूटी डाली है ! नफ़रत की दिल पे आज लगी ताली है दी रोठी सब्जी आज किसी भी न मुझे यार रही अपनी तो खाली थाली है जीवन में इतने जुल्म अपनों…
निर्णय लेना है ( Nirnay Lena Hai ) बड़े ही अजीब हैं वो लोग जो इंसानों से नफरत करते हैं। दिन रात हिंदू मुस्लिम का राग न जाने क्यों अलापते रहते हैं। या तो वो मानव नही है दानव रूप में जन्म लिये है। इसलिए हम सब लोगों की एकता को नष्ट कर रहे हैं।।…
उसके मुँह से बात निकली उसके मुँह से बात निकली,बात क्या औकात निकली. थक गया भिखारी दुआ दे,तब कहीं खैरात निकली. घूस समझा था जिसे वह,सा’ब की सौगात निकली. करवटें बदली हजारों,तब कहीं वो रात निकली, नेक समझा था सभी ने,नार वह बदजात निकली. नाव थी महफूज़ वह जो,धार के अनुवात निकली. उसको देखा तो…