लौट आओ ना | Laut Aao Na

लौट आओ ना

( Laut Aao Na )

हर आहट पे दिल को सुकून सा आता है,
तेरी यादों में अब भी दर्द जगमगाता है।
लौट आओ ना, ये दिल बस यही पुकार करे,
तुझ बिन हर एक लम्हा बस खाली सा रह जाता है।

हर ख्वाब में तुम ही हो, हर बात में तेरा ज़िक्र,
तेरे बिना हर खुशी का रंग फीका सा हो जाता है।
दिल की धड़कनों में अब भी तेरा ही शोर है,
तेरे लौटने की उम्मीद से ये दिल दिन-रात बांवला हो जाता है।

वो हंसी तेरी, वो बातों का तेरा अंदाज़,
इन सांसों में अब भी वो एहसास बस जाता है।
लौट आओ ना, ये दिल तुझसे बंधा हुआ है,
तुझ बिन हर एक सपना अब टूट कर बिखर जाता है।

हर आहट पे दिल को सुकून सा आता है,
तेरी यादों में अब भी दर्द जगमगाता है।

प्रेम ठक्कर “दिकुप्रेमी”

यह भी पढ़ें :-

यादों की चुभन | Yaadon ki Chubhan

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *