Hindi Poetry On Life -पत्रकार की गिरफ्तारी पर अपनों की चुप्पी?
पत्रकार की गिरफ्तारी पर अपनों की चुप्पी?
( Patrakar Ki Giraftari Par Apno Ki Chuppi )
************
************
नवभिहान ( Navabihan ) बीती रात अब हुआ सवेरा नवभिहन का अभिनंदन हो नव रचना से श्रृंगार करो फिर जग भर भारत का वंदन हो मानो,आरंभ के गुजरे वर्ष 76 नव स्फूर्ति से आगे अब साल 77 नव उदय मन हो नव कीर्तिमान ठोस धरा पर हो भारत महान त्यागो ईर्ष्या द्वेष भेद भाव…
एक अनजाना फरिश्ता ( Ek anjan farishta ) जिंदगी के किसी मोड़ में जब खुद को तराशने जी जरूरत हुई अनजाने राहों में अचानक ही एक अजनबी से मुलाकात हुई वो अपनापन का पहला एहसास आज फिर महसूस हुई और वो अजनबी अपना जाना पहचाना जरूरत बन गई कभी…
सहारे छोड़ के सारे लिया उसका सहारा है (Sahare Chhod Ke Sare Liya Uska Sahara Hai) सहारे छोड़ के सारे लिया उसका सहारा है। जहां के साथ में हरग़िज नहीं अपना गुजारा है।। बिना मांगे हमें देता वही जो चाहिए हमको। बशर से मांगना हमको नहीं हरगिज़ गवारा है।। सुखों को तू …
बता दो ( Bata Do ) पत्थर दिल तो नहीं हो तुम वह बर्फ भी नहीं हो जो पिघल जाए ताप पाकर बहती प्रवाह मय धारा भी नहीं हो जो कर दे शीतल समीर को तब क्या हो तुम क्या सिर्फ कल्पना मात्र हो मस्तिष्क की या कोई एहसास हो धड़कन की या सिर्फ सपने…
आफर ( Offer ) क्या कोई ऐसा भी है जो, दुखी हृदय घबराए। प्रेम दिवस पर मुझे बुलाकर,पिज्जा, केक खिलाए। इससे पहले भाग्य अभागा, सिंगल ही मर जाए। फोन करे हुंकार को पहले, आकर आफर पाए। आँखों मे आँखो को डाले, मन की बात करेगे। पुष्प गुलाब का तुम ले आना, बालों…
सावन में मिलन ( Sawn Mein Milan ) आ गई हुई सावन में कुछ दिनों के लिए मायके। जिया लग नही रहा मेरा अब उनके बिना यहाँ। मिलने की राह में हम बहुत व्याकुल हो रहे। करें तो क्या करें अब की मिलन हमारा हो जाये।। पिया की राह में आँखें उन्हें निहार रही है।…